
शुद्ध भक्ति से मिलता है भगवान का सानिध्य : कथा व्यास
डीजे न्यूज, बलियापुर, धनबाद : बलियापुर स्थित राधा-कृष्ण मंदिर परिसर में चल रहे आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन मंगलवार की शाम कथा व्यास सुरेंद्र हरिदास के प्रवचन सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
शुद्ध भक्ति से मिलता है भगवान का सानिध्य – कथा व्यास
कथा के दौरान कथा व्यास सुरेंद्र हरिदास ने भगवान श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाओं का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने कहा कि बिना साधना के भगवान का सानिध्य प्राप्त करना संभव नहीं है। कथा व्यास ने द्वापर युग का उल्लेख करते हुए बताया कि गोपियों को भगवान श्रीकृष्ण का सानिध्य इसलिए प्राप्त हुआ क्योंकि उन्होंने त्रेता युग में ऋषि-मुनि के रूप में जन्म लेकर कठोर साधना की थी।
त्याग के बिना नहीं मिलता भगवान का आशीर्वाद
कथा व्यास ने कहा कि शुद्ध भाव से की गई भक्ति सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाली होती है। गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण को पाने के लिए त्याग किया, लेकिन आज हम बिना किसी त्याग के भगवान को पाना चाहते हैं, जो संभव नहीं है। उन्होंने श्रद्धालुओं को निस्वार्थ भक्ति का मार्ग अपनाने का संदेश दिया।
सैकड़ों श्रद्धालु हुए शामिल
भागवत कथा के दौरान मंदिर परिसर में भक्तिमय वातावरण बना रहा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और कृष्ण भजनों से श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। इस अवसर पर भागवत समिति के घनश्याम ग्रोवर, मिट्ठू सरिया, गिरधारी लाल अग्रवाल, बंटी अग्रवाल, जगदीश अग्रवाल, शैलेंद्र मंडल, विजय गोराय समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
श्रीमद् भागवत कथा का समापन बुधवार को हवन-पूजन और महाप्रसाद वितरण के साथ होगा।
कथा व्यास ने कहा कि शुद्ध भाव से की गई भक्ति सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाली होती है। गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण को पाने के लिए त्याग किया, लेकिन आज हम बिना किसी त्याग के भगवान को पाना चाहते हैं, जो संभव नहीं है। उन्होंने श्रद्धालुओं को निस्वार्थ भक्ति का मार्ग अपनाने का संदेश दिया।
सैकड़ों श्रद्धालु हुए शामिल
भागवत कथा के दौरान मंदिर परिसर में भक्तिमय वातावरण बना रहा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और कृष्ण भजनों से श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। इस अवसर पर भागवत समिति के घनश्याम ग्रोवर, मिट्ठू सरिया, गिरधारी लाल अग्रवाल, बंटी अग्रवाल, जगदीश अग्रवाल, शैलेंद्र मंडल, विजय गोराय समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
श्रीमद् भागवत कथा का समापन बुधवार को हवन-पूजन और महाप्रसाद वितरण के साथ होगा।