
श्रावणी मेला क्षेत्र में बिछुड़े बेटे को प्रशासन ने मां से मिलाया
डीजे न्यूज, देवघर : राजकीय श्रावणी मेला के अवसर पर पहली सोमवारी को लेकर उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा द्वारा रात्रि निरीक्षण कर वास्तुस्थिति का जायजा लिया जा रहा था। इसी कड़ी में दुम्मा बोर्डर समीप जिला कोटा, ग्राम खिमच राजस्थान निवासी संगीता देवी अपने पुत्र से बिछुड़कर बिहार से झारखण्ड प्रवेश द्वार दुम्मा पहुंचकर बिलख रही थी। उपायुक्त ने मामले को संज्ञान में लेते हुए संगीता देवी से बातचीत करते हुए उन्हें आश्वतस् किया कि आपके बच्चे (दीपक कुमार उम्र 9 साल) को जल्द से जल्द जिला प्रशासन व सूचना जनसम्पर्क विभाग की टीम द्वारा आपसे मिला दिया जायेगा।
इसके पश्चात बिहार के सूचना जनसम्पर्क विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए सूचना प्रसारित की गयी। साथ ही संपूर्ण मेला क्षेत्र में सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग की ओर से बनाए गए 31 सूचना-सह-सहायता केंद्रों के अलावा बाइकर्स द्वारा बिछुड़े हुए कांवरियों को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य बखूबी किया गया। साथ ही वैसे भी सूचना-सह-सहायता केन्द्रों का स्लोगन ही है ‘‘बिछुड़ों को हम मिलाते हैं’’। इसी के तहत बारह घंटे अंदर ही बच्चे को इनारावरण से ढूंढ निकाला गया, जिसके तुरंत बाद सूचना जनसम्पर्क विभाग के बाईक दस्ता द्वारा इनारावरण से दुम्मा सूचना केंन्द्र लाया गया; जहाँ सबसे पहले बच्चे का हर सम्भव देखभाल सूचना सह सहायता कर्मियों द्वारा की गई। इसके अलावा 09 वर्षीय बच्चे दीपक ने अपनी माता को देखते हीं अपनी खुशी जाहीर की। बच्चे माता ने कहा कि प्रतिवर्ष श्रावणी मेला में यहाँ आ रहे है सुबह ज्यादा भीड़ होने की वजह से उनका ध्यान बच्चे के उपर से भटक गया और उन्हें पता हीं नहीं चला कि कब बच्चा उनसे बिछड़ गया। आगे उन्होंने उन्होंने अपने बच्चे से मिलने के पश्चात उपायुक्त एवं सूचना-सह-सहायता कर्मियों का इस कार्य के लिए आभार प्रकट किया की चौबीस घंटे के पहले उनके बच्चें से उन्हें मिल दिया गया।