


साहेबगंज में नाव डूबने से पहले नाविकों ने बचाई 10 जिंदगियां
डीजे न्यूज, साहेबगंज :
साहेबगंज जिले के रिवर थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटा रामपुर इलाके में शनिवार को गंगा नदी में बड़ा हादसा होने से टल गया। समय रहते नाविकों और स्थानीय लोगों के साहसिक प्रयास से डूब रही नाव में सवार 8 से 10 लोगों की जान बाल-बाल बच गई।
जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे रामपुर गांव से एक जेनरेटर युक्त नाव पर सवार 8–10 लोग साहेबगंज की ओर जा रहे थे। यात्रा के दौरान नाव में लगे पंखे का बुश और तली की तख्ती फट जाने से नाव में पानी भरने लगा और वह गंगा की तेज धारा में डूबने लगी। नाव से धुआं निकलने पर स्थिति और भी भयावह हो गई।
इसी बीच समीप से गुजर रहे नाविक मनीष कुमार की नजर डूबती नाव पर पड़ी। उन्होंने बिना देर किए अपनी नाव लेकर मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। वहीं, मुनीलाल श्मशान घाट के पास तैनात सरकारी मोटरबोट चालक मनोज भी तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हो गए।
इसके अलावा, पास से गुजर रही फेरी सेवा के स्टीमर ने भी स्थिति को भांपते हुए तुरंत मोर्चा संभाला और सामूहिक प्रयासों से डूब रही नाव को गंगा के कम जलस्तर वाले हिस्से में ले जाकर सुरक्षित किया। संयुक्त बचाव अभियान के कारण नाव पर सवार सभी यात्रियों की जान बच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यदि बचाव दल समय पर नहीं पहुंचता, तो यह हादसा एक बड़ी त्रासदी में बदल सकता था। स्थानीय लोग नाविकों की तत्परता और सामूहिक सहयोग की सराहना कर रहे हैं। घटना के बाद इलाके में पूरे दिन यही चर्चा रही कि कैसे मनीष कुमार, मनोज और अन्य नाविकों की सूझबूझ से “ब्लैक सैटरडे” टल गया।
बाइट – महिला यात्री (नाव पर सवार):
“हम लोग सभी डर गए थे। पानी अंदर आ रहा था, लगा अब शायद नहीं बचेंगे, लेकिन भगवान ने मनीष जी को भेज दिया। उनकी वजह से आज हम सभी जिंदा हैं।”
बाइट – मनीष कुमार, बचाव दल का नाविक:
“जैसे ही देखा कि नाव धुएं के साथ डूब रही है, मैं बिना कुछ सोचे नाव लेकर पहुंच गया। बाकी नाविकों ने भी मदद की, तभी सबको बचाया जा सका।”
