राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल बुधवार को, झारखंड में भी व्यापक समर्थन

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राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल बुधवार को, झारखंड में भी व्यापक समर्थन

श्रम कानूनों के विरोध में मजदूर संगठनों का ऐलान, जामताड़ा में जुलूस व नुक्कड़ सभा का आयोजन

डीजे न्यूज, जामताड़ा : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त सांझा मंच के आह्वान पर आगामी 9 जुलाई बुधवार को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का आयोजन किया गया है। इस हड़ताल को झारखंड के विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ-साथ वामपंथी पार्टियों, कृषक संगठनों और अन्य जन संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है। हड़ताल के दौरान पूरे राज्य में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चक्का जाम किया जाएगा।

 

जामताड़ा में शांतिपूर्ण जुलूस और नुक्कड़ सभा का आयोजन

हड़ताल के औचित्य को लेकर जामताड़ा शहर में एक शांतिपूर्ण जुलूस निकाला जाएगा, जिसके माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं और सरकार की श्रम नीतियों पर जनजागरूकता फैलाई जाएगी। इसके साथ ही नुक्कड़ सभा के माध्यम से आम लोगों को हड़ताल के उद्देश्य और 17 सूत्री मांगों से अवगत कराया जाएगा।

 

मजदूर विरोधी ‘लेबर कोड’ के खिलाफ संघर्ष, ऐतिहासिक हड़ताल की तैयारी

पश्चिम संथाल परगना क्षेत्रीय समिति (CITU) के अध्यक्ष चंडी दास पुरी ने जानकारी दी कि यह हड़ताल केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि मजदूर वर्ग के जीवन-मरण के प्रश्न से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित विनाशकारी लेबर कोड मजदूरों को कॉर्पोरेट हितों के लिए बंधुआ बनाने की दिशा में एक कदम है, जिसे हर हाल में रोका जाना जरूरी है।

 

वर्गीय संघर्ष का प्रतीक है यह आंदोलन

चंडी दास पुरी ने कहा कि यह हड़ताल एक वर्गीय संघर्ष है — मालिक वर्ग और श्रमिक वर्ग के बीच। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे अपने भविष्य की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए इस ऐतिहासिक हड़ताल में भाग लें और 17 सूत्री मांगों के समर्थन में इसे सफल बनाएं।

 

20 मई को किया गया था प्रारंभिक आह्वान

उल्लेखनीय है कि इस हड़ताल का मूल आह्वान 20 मई को किया गया था, लेकिन देश की तत्कालीन राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए इसे 9 जुलाई तक स्थगित किया गया था। अब राष्ट्रव्यापी स्तर पर इस हड़ताल को सफल बनाने के लिए वृहद स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं।

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