

रागिनी-पूर्णिमा के बीच अब और तेज होगी जंग
कचहरी के साथ-साथ राजनीतिक मैदान में भी एक-दूसरे को दे रहीं चुनौती
नीरज सिंह हत्याकांड में नीचली अदालत में संजीव सिंह के बरी होने से माहौल तनावपूर्ण
दिलीप सिन्हा, धनबाद :
धनबाद का यह अति व्यस्ततम एवं वीआइपी इलाका स्टील गेट है। सोमवार की शाम झरिया की पूर्व कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने यहां मोमबत्ती जलाकर जस्टिस फॉर नीरज अभियान की शुरूआत की। पूर्णिमा सिंह ठीक उसी जगह मोमबत्ती जलाकर अपने अभियान की शुरूआत करती हैं जहां आठ साल पहले अपराधियों ने उनके पति व झरिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता व धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह एवं उनके तीन सहयोगियों को गोलियोंं से छलनी कर दिया था। घटना स्थल पर मोमबत्ती जलाकर पूर्णिमा सिंह मोमबत्ती लेकर रणधीर वर्मा चौक तक मार्च पर निकल पड़ती हैं। नीरज सिंह के हत्यारों को फांसी दो के नारे के साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी पूर्णिमा सिंह के साथ चल पड़ते हैं।
पूर्णिमा सिंह ने यह अभियान नीरज सिंह हत्याकांड में उनके पति के चचेरे भाई व झरिया की पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह समेत सभी आरोपितों को धनबाद की अदालत से बरी होने के ठीक बाद शुरू किया है। पूर्णिमा ने साफ ऐलान कर दिया है कि नीरज सिंह एवं उनके तीन सहयोगियों के हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के पहले वह चुप नहीं बैठेंगी। इसके साथ ही यह साफ हो गया है कि पूर्णिमा नीरज सिंह एवं झरिया की भाजपा विधायक रागिनी सिंह के बीच जंग अब और तेज होगी। यह जंग कचहरी के साथ-साथ राजनीतिक मैदान पर भी तेज होगी। पति संजीव सिंह की रिहाई के बाद विधायक रागिनी सिंह जहां जश्न मना रही हैं। साथ ही यह भी कह रही हैं कि जिन लोगों ने उनके पति को झूठे मुकदमें में फंसकार उनके आठ साल पांच महीने बर्बाद किए हैं, उनसे वह हिसाब लेंगी।वहीं पूर्णिमा सिंह अब संघर्ष के मैदान पर फिर से उतर गई हैं। नीचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाने के साथ-साथ पूर्णिमा एक बार जनता की अदालत में अपनी बातें रखने के लिए जा सकती हैं। विदित हो कि नीरज सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह ने मोर्चा संभाला था वहीं इस हत्याकांड में विधायक संजीव सिंह के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी रागिनी सिंह ने मोर्चा संभाला था। दो साल बाद 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा से रागिनी सिंह और कांग्रेस से पूर्णिमा नीरज सिंह झरिया की चुनावी जंग में उतरी थीं। इस जंग में पूर्णिमा ने रागिनी को मात दिया था। चुनाव के बाद भी पूर्णिमा और रागिनी एक-दूसरे को चुनौती देते रहीं। इसके पांच साल बाद हुए 2024 के विधानसभा चुनाव में रागिनी ने पूर्णिमा को मात देकर झरिया सीट वापस छीन ली थी। अब नीचली अदालत के फैसले के बाद एक बार फिर दोनों की जंग तेज हो जाएगी।
यहां हम आपको बता दें कि धनबाद कोयलांचल राजनीतिक हत्याओं के लिए चर्चित रहा है। बड़े-बड़े राजनीतिज्ञों की यहां हत्याएं हुई हैं। उनमें झरिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता एवं धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड कोयलांचल का सबसे बड़ी राजनीतिक हत्याकांड माना जाता है। कारण स्टील गेट जैसे जगह पर सरेशाम नीरज सिंह समेत चार लोगों को एक साथ गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इस हत्याकांड से पूरा कोयलांचल दहशत में डूब गया था। लेकिन, आज जब आठ साल बाद धनबाद की नीचली अदालत का फैसला आया तो माहौल और तनावपूर्ण हो गया है।
हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के पहले चुप नहीं बैठेंगे : पूर्णिमा नीरज सिंह
झरिया की पूर्व कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने नीचली अदालत के फैसले को अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा है कि चार लोगों की सरेशाम हत्या कर दी गई और अदालत कह रहा है कि इन आरोपितों में से किसी ने नहीं मारा। यह न्याय नहीं है। पूर्णिमा ने सवाल किया कि आखिर उनके पति समेत चार लोगों को किसने मारा। हमलोग सीबीआई जांच की मांग शुरू से करते रहे लेकिन न तो उस समय की भाजपा सरकार और ना ही अदालत ने हमारी मांग को स्वीकार किया।
इसके खिलाफ वह हाईकोर्ट और जरूरत पड़ी तो सर्वोच्च न्यायालय तक जाएंगे। हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के पहले चुप नहीं बैठेंगे। उनके पति समेत जिन चारों लोगों की हत्या की गई है, सभी के साथ इंसाफ दिलाकर रहेंगे। आज यदि वह चुप बैठ गईं तो आने वाले समय में किसी को भी इंसाफ नहीं मिलेगा।
पूर्णिमा सिंह ने कहा कि जीवन भर हत्या की राजनीति करने वालों का मन बाहर के लोगों की हत्या करते-करते नहीं भरा तो घर के लोगों की हत्या करने लगे। उन्होंंने कहा कि यह सिलसिला यहीं नहीं थमने वाला है। आगे भी ये लोग ऐसी घटनाओं को अंजाम देंगे ताकि वह हाईकोर्ट और सर्वाेच्च न्यायालय नहीं जा सके। यही कारण है कि अभी भी धमकियां दी जा रही हैं।
न्यायालय के फैसले के खिलाफ जिसे जहां जाना है जाएं : रागिनी सिंह
नीरज सिंह हत्याकांड में पूर्व विधायक संजीव सिंह को अदालत से बरी किए जाने के बाद झरिया की विधायक रागिनी सिंह ने जश्न मनाते हुए कहा कि उनकी कानूनी लड़ाई अब भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उनके परिवार से जीवन के आठ साल पांच महीने छीन लिए, उनसे कानूनी दायरे में रहकर हिसाब लिया जाएगा। न्यायालय के फैसले के खिलाफ जिसे जहां जाना है जाए, उन्हें अदालत पर पूरा भरोसा है। अब आठ साल पांच महीने के हर एक पल का हिसाब कानूनी रूप से जरूर लिया जाएगा। न्यायपालिका पर उनका विश्वास पहले भी था और आगे भी रहेगा।
सत्ता में बैठे लोगों ने झूठे आरोप गढ़कर उनके पति और पूरे परिवार को फंसाया।मेरे बच्चों को पिता की गोद में खेलने की उम्र में हॉस्टल भेजना पड़ा। परिवार का बहुमूल्य समय कौन लौटाएगा? विधायक ने कहा कि संजीव सिंह भगोड़े नहीं थे, उन्होंने स्वेच्छा से सरेंडर किया था, इसके बावजूद पुलिस-प्रशासन ने बिना ठोस सबूत के उन्हें जेल भेजा। उन्होंने सवाल उठाया कि सत्ता में रहते हुए विरोधियों ने सीबीआई जांच क्यों नहीं कराई। रागिनी सिंह ने चेतावनी दी कि अगर ऐसे मामलों पर चुप्पी साधी गई तो निर्दोष लोगों को फंसाने का सिलसिला और बढ़ेगा।
क्या हुआ था 21 मार्च 2017 की शाम
21 मार्च 2017 की शाम थी। झरिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता व धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह क्षेत्र भ्रमण के बाद अपने रघुकुल आवास लौट रहे थे। इसी क्रम में घर से करीब एक किमी. पहले स्टील गेट में ब्रेकर के पास जैसे ही उनकी गाड़ी की रफ्तार धीमी हुई पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अपराधियों ने पल भर में नीरज सिंह, उनके पीए अशोक यादव, अंगरक्षक मुन्ना तिवारी और चालक घोल्टू महतो को गोलियोंं से छलनी कर दिया। कोयलांचल के उभरते राजनेता नीरज सिंह समेत चार लोगों की एक साथ हत्या से पूरा कोयलांचल सहम गया था। हत्या का आरोप उनके चचेरे भाई व उस वक्त के झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह पर लगा था। संजीव सिंह को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के अंदर डाल दिया गया था। पुलिस ने सभी अभियुक्तों को एक-एक कर गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया था। करीब आठ साल बाद नीचली अदालत ने फैसला सुनाया और संजीव सिंह समेत सभी अभियुक्तों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।
2019 विधानसभा चुनाव
पूर्णिमा नीरज सिंह कांग्रेस : 79,786
रागिनी सिंह भाजपा : 67, 732
2024 विधानसभा चुनाव
रागिनी सिंह भाजपा : 87, 892
पूर्णिमा नीरज सिंह कांग्रेस : 73,381
