
पश्चिमी सिंहभूम में ग्रेड-4 प्रोन्नति की प्रक्रिया में देरी, शिक्षकों में नाराजगी
डीजे न्यूज, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में राजकीयकृत प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को ग्रेड-4 में प्रोन्नति देने की प्रक्रिया में हो रही देरी से शिक्षक समुदाय में नाराजगी बढ़ती जा रही है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि जिले में अंतिम बार वर्ष 2017 में ग्रेड-4 में प्रोन्नति दी गई थी, लेकिन सात वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रभारी सचिव ने दिए थे शीघ्र कार्रवाई के निर्देश
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रभारी सचिव ने पत्रांक-1925, दिनांक 21/10/2024 के माध्यम से राज्य के सभी जिला शिक्षा अधीक्षकों को ग्रेड-4 और ग्रेड-7 में शीघ्र प्रोन्नति देने की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद पश्चिमी सिंहभूम में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
शिक्षक संगठनों से बैठक के बाद भी नहीं हुआ समाधान
सूत्रों के अनुसार, एक माह पूर्व जिला शिक्षा अधीक्षक ने सभी शिक्षक संगठनों के साथ बैठक कर जल्द ही प्रोन्नति प्रक्रिया को पूरा करने का आश्वासन दिया था। लेकिन, अब तक कोई परिणाम सामने नहीं आया है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि कई शिक्षक प्रोन्नति की प्रतीक्षा में सेवानिवृत्त हो गए हैं, जबकि कई शिक्षक सेवानिवृत्ति के कगार पर हैं।
अन्य जिलों में हो चुकी है प्रोन्नति प्रक्रिया पूरी
शिक्षक संगठनों का आरोप है कि रांची, पूर्वी सिंहभूम, धनबाद, रामगढ़ और लातेहार जैसे कई जिलों में ग्रेड-4 में प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी कर शिक्षकों को पदस्थापित कर दिया गया है, लेकिन पश्चिमी सिंहभूम में इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है।
शिक्षक संगठनों की मांग–जल्द पूरी हो प्रोन्नति प्रक्रिया
शिक्षक संगठनों ने उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला शिक्षा स्थापना समिति से अनुरोध किया है कि शिक्षक हितों को ध्यान में रखते हुए ग्रेड-4 में प्रोन्नति की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो शिक्षक समुदाय आंदोलन करने को मजबूर होगा।