पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव बचाने के लिए जागरूकता पर बल

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पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव बचाने के लिए जागरूकता पर बल
डीजे न्यूज, धनबाद: आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के सेंचुरी वीक सेलिब्रेशन के तहत, पर्यावरण विज्ञान एवं अभियंत्रण विभाग के पर्यावरण सूचना, जागरूकता, क्षमता निर्माण और आजीविका कार्यक्रम की ओर से विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवस का आयोजन जीजेएलटी में किया गया। कार्यक्रम में वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विशेषज्ञ, शिक्षक, छात्र और कई हितधारकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, झारखंड परीक्षोष उपाध्याय,  विशिष्ट अतिथि श्री आर. थंगा पंडियन, बोकारो के क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक आर थंगा पंडियन और धनबाद के जिला वन पदाधिकारी विकास पालीवाल शामिल थे। अतिथियों ने झारखंड में वन्यजीव संरक्षण से जुड़े मुद्दों और चुनौतियों पर सरल और प्रेरक बातें साझा कीं।

कार्यक्रम के दौरान विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवस पर आयोजित ड्राइंग प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। प्रतियोगिता में स्कूल, स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों ने देशभर से उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों और युवाओं की रचनात्मकता और जागरूकता ने कार्यक्रम को और प्रभावी बना दिया।

इस अवसर पर संस्थान के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रो. सुकुमार मिश्रा, निदेशक, आईआईटी(आईएसएम); प्रो. धीरज कुमार, उपनिदेशक; प्रो. आलोक सिन्हा, विभागाध्यक्ष, ESE एवं कोऑर्डिनेटर, EIACP Centre; और प्रो. सुरेश पंडियन, सह-समन्वयक, EIACP Centre शामिल थे। सभी ने छात्रों को पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव बचाने के लिए जागरूक रहने और छोटे-छोटे कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम का मुख्य संदेश था कि भारत की जैव-विविधता की सुरक्षा केवल तभी संभव है जब सभी लोग मिलकर प्रयास करें—चाहे वह वैज्ञानिक शोध हो, सामुदायिक पहल हो या रोजमर्रा के जीवन में अपनाई गई छोटी-छोटी जिम्मेदार आदतें।

कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि सभी प्रतिभागी आगे भी प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण के लिए अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।

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