प्रशांत चंद्र महालनोबिस का जीवन विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत

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प्रशांत चंद्र महालनोबिस का जीवन विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत
प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जयंती पर राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस धूमधाम से मनाया गया
डीजे न्यूज, गिरिडीह : 131वां राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस रविवार को गिरिडीह के भारतीय सांख्यिकीय संस्थान भवन (मेन रोड झंडा मैदान के आगे) में गरिमामयी माहौल में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 2:30 बजे महान गणितज्ञ एवं भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं नमन के साथ हुई।
इस अवसर पर वक्ताओं ने महालनोबिस को सांख्यिकी शिक्षा का पितामह बताते हुए उनके योगदान को याद किया। बताया गया कि 29 जून 1893 को कोलकाता में जन्मे महालनोबिस ने 1931 में भारतीय सांख्यिकीय संस्थान (ISI) की स्थापना की थी। उन्होंने भारत में आर्थिक नियोजन और सांख्यिकीय विश्लेषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके सम्मान में भारत सरकार ने वर्ष 2007 से प्रत्येक वर्ष 29 जून को ‘राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित बिनोद बिहारी महतो कोलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद के सिंडिकेट सदस्य रणजीत राय ने कहा कि प्रशांत चंद्र महालनोबिस का जीवन विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके कृतित्व और विचार आज भी युवाओं और शिक्षकों के लिए आदर्श हैं।
इस मौके पर भारतीय सांख्यिकीय संस्थान, गिरिडीह शाखा के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य, सेक्शन ऑफिसर एडमिन मोहम्मद नकीब अख्तर, प्रदीप कुमार एक्का, रमेश कुमार, शमसुल होदा, विकास कुमार किस्कू, एडवोकेट मीरा कुमारी, उदय कुमार, पंकज कुमार, जयानाज, राकेश राउत, एसआरएफ सुमित, गौरव, सोनाली, एवं पीजीडीएआरएसएमए के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और आमजन को सांख्यिकी के महत्व से अवगत कराना और प्रो. महालनोबिस के योगदान को याद करते हुए शोध एवं विज्ञान की दिशा में प्रेरित करना था। कार्यक्रम में सांख्यिकी के आधुनिक प्रयोगों पर भी चर्चा और संवाद हुआ।

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