
प्रख्यात मजदूर नेता पूर्व सांसद एके राय की आदमकद प्रतिमा का अनावरण, विभिन्न राजनीतिक दल के दिग्गज जुटे
सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष में एके राय हमेशा प्रेरणा के स्त्रोत बने रहेंगें: दीपांकर भट्टाचार्य
17 जुन को फिलिस्तीनी जनता के साथ वामदलों का देशव्यापी एकजुटता कार्यक्रम होगा
डीजे न्यूज, धनबाद:
धनबाद के जगजीवन नगर स्थित सेंट्रल अस्पताल के पास प्रख्यात श्रमिक नेता और धनबाद से कई बार सांसद रहे कामरेड एके राय की आदमकद प्रतिमा का अनावरण रविवार को सीपीआई (एम- एल) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और पूर्व विधायक आनंद महतो ने संयुक्त रूप से किया। आदमकद प्रतिमा पर विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुख्य सचेतक विधायक मथुरा प्रसाद महतो, भाजपा विधायक राज सिन्हा, भाकपा माले के पोलिट ब्यूरो सदस्य हलधर महतो, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, निरसा विधायक अरुप चटर्जी, सिंदरी के विधायक चंद्रदेव महतो, माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव और विनोद सिंह, झामुमो नेता रतिलाल टुडू के अलावा इंडिया गठबंधन दलों के नेताओं समेत कई वामपंथी बुद्धिजीवियों ने श्रद्धासुमन अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा
एके राय स्मारक समिति धनबाद के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजम किया गया। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष हरि प्रसाद पप्पू ने की।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि कल हमने महान क्रांतिकारी चे ग्वेरा को याद किया था। आज एके राय को याद कर रहे हैं। जनता के बीच क्रांतिकारियों को काम करने के लिए किसी भौगोलिक बाधा नहीं झेलनी पड़ती है क्योंकि जनता की चेतना जब बढ जाती है तो वे सारे दुविधा और बाधाओं को दूर फेंक देते है। उन्होंने एयर इंडिया के प्लेन क्रैश की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इस दुघर्टना के कारणों को जांच के बाद अगले तीन माह के अंतराल पर उजागर किए जाने की बात की है, लेकिन एक तो बात साफ है कि हवाई अड्डा अडानी के नियंत्रण में है और एयर इंडिया कंपनी को सरकार ने प्राइवेट खिलाड़ी टाटा के हाथों बेच दिया है। इससे स्पष्ट है कि निजीकरण और अपने चहेतों को राष्ट्रीय संपत्ति लूटने की छूट देना वर्तमान शासक वर्ग का नियमित काम रह गया है। उन्होंने आगे कहा कि मजदूरों को गुलाम बनाने वाली चार संहिता वाली श्रम कानून के खिलाफ श्रमिक संगठनों द्वारा 9 जुलाई को देशव्यापी आम हड़ताल को ऐतिहासिक सफल बनाना होगा।
पूर्व विधायक व स्मारक समिति के संरक्षक कॉ आनंद महतो ने कॉ रॉय के संघर्ष जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका सादगी जीवन और मजदूर – किसान, दलिल, आदिवासी तथा महिलाओं के अधिकार और सम्मान के लिए भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता है।
अन्य वक्ताओं में अखिल भारतीय ज्ञान विज्ञान समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष काशीनाथ चटर्जी, कॉ रॉय साहब का छोटा भाई तापस रॉय, माकपा नेता गोपीकांत बक्सी, नीलम मिश्रा, राम कृष्णा सिंह, रेखा मंडल, गणेश चौरसिया, विंदा पासवान, कार्तिक प्रसाद, प्रह्लाद महतो, आनन्द मय पाल मुख्य थे। धन्यवाद स्मारक समिति के सचिव सत्यनारायण कुमार ने किया।
सफल बनाने में स्मारक समिति के राम कृष्णा पासवान, सम्राट चौधरी, राणा चट्टराज, भारत भूषण, आर पी महतो, लीलामय गोस्वामी, चंदन भूमिहार, अजय महतो, भूषण महतो, नारायण मंडल, सुरेश प्रसाद, विश्वजीत रॉय, कल्याण चक्रवर्ती, दिनेश मंडल, कल्याण घोषाल, जयदीप मुखर्जी, शेख रहीम, अगम राम, सबूर गोराई, राजेंद्र प्रसाद राजा, गणेश महतो, सुभाष चटर्जी, नीरज कुमार, देवाशीष पांडेय, काशीनाथ मंडल, शीतल दत्ता, अभिजीत हरि, द्वीपनारायण भट्टाचार्य, नकुल देव सिंह, टूटुन मुखर्जी, बादल बाउरी, गोपाल दास, शंकु चटर्जी, बलराम महतो, मदन महतो, लालमोहन महतो, कृष्ण दा, मुक्तेश्वर महतो मुख्य थे।
महासचिव दीपांकर के हाथों से ऐसे लोगों को शाॅल और मोमेंटम देकर सम्मानित किया, जिन्होंने कॉ ए के रॉय को बीमारी अवस्था में सेवा किया है।