
प्रकाश पर्व के अवसर पर डिगवाडीह गुरुद्वारा में अरदास में शामिल हुए श्रद्धालु
डीजे न्यूज, झरिया (धनबाद):
डिगवाडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से सिख समुदाय के छठे गुरु हरगोविन्द सिंह जी का प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में सिख समुदाय की महिलाएं व पुरुषों ने अरदास किया और प्रसाद ग्रहण किया। डिगवाडीह गुरुद्वारा के ग्रंथी बाबा जोगेंद्र सिंह ने बताया कि सिख समुदाय के छठे गुरु हर गोविंद सिंह जी का जन्म 1595 ईसवी को अमृतसर में हुआ था और उन्होंने 1606 से 1644 तक गुरु गद्दी संभाली। वह सिख धर्म के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी के पुत्र थे। जिन्हें मुगल शासक जहांगीर ने शहीद कर दिया था। गुरु हर गोविंद सिंह जी ने सिख समुदाय को एक शांतिप्रिय पंथ से एक सैन्य-सक्षम समुदाय में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने अकाल तख्त का निर्माण करवाया और मुगलों के साथ कई युद्ध लड़े। उनकी वीरता और योगदान के लिए उन्हें “मीरी-पीरी” के सिद्धांत का प्रवर्तक माना जाता है, जो आध्यात्मिक और लौकिक शक्ति के एकीकरण का प्रतीक है। आज भी सिख समुदाय में उनकी जयंती बड़े धूमधाम से मानते हैं ।
स्त्री संगत की ओर से कीर्तन और सत्संग किया गया है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान रंजीत सिंह उर्फ टिंकू ने बताया कि गुरुवार को डिगवाडीह गुरुद्वारा में सैकड़ो संगतों के बीच आम ,रोटी, अचार, लस्सी का वितरण किया गया । संगतों ने एक साथ परिसर में बैठ कर आनंद लिया। मौके पर रजनी कौर, बलविंदर कौर, कमलजीत कौर, ज्ञान कौर, अमरजीत कौर, रानी कौर, जसवंत कौर, बॉबी कौर, लखविंदर कौर, गुरमीत कौर, इंदरजीत सिंह, सरदार राजू सिंह, गोल्डी सिंह, हरप्रीत सिंह, जोगेंद्र सिंह, सतनाम सिंह आदि थे।