
प्रधानमंत्री रोजगार योजना से नियोक्ता-नियोजित दोनों को होंगे लाभ : सुजीत कुमार
गिरिडीह चेंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रधानमंत्री रोजगार योजना पर किया जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
डीजे न्यूज, गिरिडीह : भारत सरकार द्वारा इस वर्ष के बजट में घोषित प्रधानमंत्री रोजगार योजना को लेकर गिरिडीह जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से मंगलवार को एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। होटल मधुबन वैग्गिस में आयोजित इस कार्यक्रम में कर्मचारी भविष्य निधि विभाग के प्रवर्तन पदाधिकारी सुजीत कुमार को मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों के नियोक्ताओं एवं कर्मचारियों को इस नई योजना से संबंधित लाभों की विस्तृत जानकारी देना था। सुजीत कुमार ने प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत मिलने वाले विभिन्न लाभों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना विशेष रूप से युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इसके तहत नए रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए नियोक्ताओं को कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) योगदान पर छूट और कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा से जुड़ने का अवसर मिलेगा।
सवाल-जवाब सत्र रहा विशेष आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सदस्यों ने कर्मचारी भविष्य निधि, नियोक्ता योगदान, ईपीएफ खाता खोलने की प्रक्रिया, ऑनलाइन क्लेम, यूएएन नंबर से जुड़ी जटिलताओं आदि विषयों पर कई सवाल पूछे। श्री सुजीत कुमार ने सभी सवालों का सहज, सटीक और विधिवत उत्तर देकर उपस्थित लोगों की जिज्ञासाओं को शांत किया।
चेंबर अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार की यह पहल निश्चित रूप से रोजगार को बढ़ावा देगी। ऐसे कार्यक्रमों से व्यवसायी वर्ग के बीच जागरूकता बढ़ेगी और कर्मचारी-नियोक्ता संबंध भी बेहतर होंगे।
इस अवसर पर कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे
महासचिव प्रमोद कुमार
सह सचिव प्रवीण बगड़िया
ध्रुव संथालिया, संजय भूडोलियां, निर्मल कुमार, उदित डालमिया सहित अनेक प्रतिष्ठित व्यापारीगण
चेंबर द्वारा आभार प्रकट:
अंत में चेंबर की ओर से सुजीत कुमार को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही गई। इस कार्यक्रम को लेकर चेंबर सदस्यों में सकारात्मक उत्साह देखने को मिला। यह पहल न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी देने में सहायक रही, बल्कि ईपीएफ जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्यावहारिक समझ विकसित करने में भी सफल रही।