
प्रधानमंत्री का बिहार दौरा आज
मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम में भाग लेंगे
पीएम 13,480 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उदघाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे
डीजे न्यूज, न ई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल को बिहार का दौरा करेंगे। वे मधुबनी जाएंगे और सुबह करीब 11:45 बजे राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। वे 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उदघाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे और इस मौके पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे।
प्रधानमंत्री बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ में लगभग 340 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एक एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र और रेल अनलोडिंग सुविधा की आधारशिला रखेंगे। इससे आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित करने और थोक एलपीजी परिवहन की दक्षता में सुधार करने में मदद मिलेगी।
क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री बिहार में 1,170 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना के तहत 5,030 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उदघाटन भी करेंगे।
देश भर में रेल संपर्क को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री सहरसा और मुंबई के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस, जयनगर और पटना के बीच नमो भारत रैपिड रेल और पिपरा और सहरसा तथा सहरसा और समस्तीपुर के बीच ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वे सुपौल पिपरा रेल लाइन, हसनपुर बिथान रेल लाइन और छपरा और बगहा में दो 2-लेन रेल ओवर ब्रिज का भी उदघाटन करेंगे। वे खगड़िया-अलौली रेल लाइन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में सुधार होगा और क्षेत्र का समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास होगा।
प्रधानमंत्री दीनदयाल अंत्योदय योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के अंतर्गत बिहार के 2 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को लगभग 930 करोड़ रुपये के सामुदायिक निवेश कोष के लाभ वितरित करेंगे।
प्रधानमंत्री पीएमएवाई-ग्रामीण के 15 लाख नए लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपेंगे और देश भर के 10 लाख पीएमएवाई-जी लाभार्थियों को किस्तें जारी करेंगे। वे बिहार में 1 लाख पीएमएवाई-जी और 54,000 पीएमएवाई-यू घरों के गृह प्रवेश को चिन्हित करते हुए कुछ लाभार्थियों को चाबियां सौंपेंगे।