
पारसनाथ पर्वत पर आस्था का महापर्व
हजारों श्रद्धालुओं ने चढ़ाया निर्वाण लाडू
डीजे न्यूज, पीरटांड़(गिरिडीह) : भगवान पार्श्वनाथ जी के मोक्ष कल्याणक दिवस के अवसर पर जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन में इस वर्ष भी आस्था और भक्ति का भव्य संगम देखने को मिला। पारसनाथ पर्वत स्थित स्वर्ण भद्र कूट में देश के कोने-कोने से आए लगभग 15 से 20 हजार तीर्थयात्रियों ने निर्वाण लाडू चढ़ाकर भगवान पार्श्वनाथ को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। मोक्ष सप्तमी के शुभ अवसर पर प्रातः 5 बजे दिगंबर जैन बीसपंथी कोठी से श्रीजी की प्रतिमा को पालकी में विराजमान कर गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई, जो पर्वत स्थित स्वर्ण भद्र कूट तक पहुंची। वहां विशेष पूजा-अर्चना के साथ 31, 21 और 11 किलो के निर्वाण लाडू चढ़ाए गए। इस दौरान साधु-संतों के सान्निध्य में भक्तों ने आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
पारसनाथ पर्वत और मधुबन क्षेत्र को इस अवसर पर दुल्हन की तरह सजाया गया था। भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी की ओर से पर्वत की चोटी पर स्थित मोक्ष स्थली स्वर्ण भद्र कूट, गंधर्व नाला, सीतानाला, गौतम स्वामी टोंक और अन्य प्रमुख स्थलों पर तोरण द्वार, स्वागत द्वार और आकर्षक विद्युत सज्जा की गई थी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्वत मार्ग और मधुबन में कई स्थानों पर चिकित्सा शिविर लगाए गए। गौतम गंधर्व टोंक और पार्श्वनाथ टोंक के पास पुरुष एवं महिला डॉक्टरों और नर्सों की टीम मौजूद रही। चाय, दूध, बिस्कुट आदि की नि:शुल्क व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही मितेश जैन (दिल्ली) के सौजन्य से पर्वत और कार्यालय परिसर में मेडिकल कैंप लगाया गया।
भक्तों के लिए विशाल भंडारा भी आयोजित किया गया, जिसका संचालन प्रवीण जैन, राजेश जैन (दिल्ली), कमलेश जैन और रुपेश जैन (गुड़गांव) के सौजन्य से किया गया। डाकबंगला गेट के सामने आयोजित इस भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस पावन अवसर पर भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जम्बु प्रसाद जैन, महामंत्री संतोष जैन, उपाध्यक्ष हसमुख गांधी, मंत्री कन्हैया लाल शेठी, चेयरमैन जवाहर लाल जैन, राजकुमार जैन अजमेरा, मनोज जैन, संजय जैन, प्रभात सेठी, वरिष्ठ प्रबंधक सुमन कुमार सिन्हा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के सफल संचालन में गिरिडीह जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, वन विभाग और मधुबन थाना की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी ने प्रशासन और सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया। बुधवार की रात से ही श्रद्धालुओं का जत्था पर्वत की ओर चढ़ाई शुरू कर चुका था और मोक्ष कल्याणक दिवस पर पूरा पर्वत और मधुबन क्षेत्र “जय पार्श्वनाथ” के उद्घोष से गूंज उठा।