

नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम’ का समापन,
शिक्षकों में नेतृत्व क्षमता को मिला नया आयाम
डीजे न्यूज, धनबाद: शिक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में चल रहे मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा आयोजित नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम का समापन शुक्रवार को हुआ। यह कार्यक्रम 6 से 10 अक्टूबर तक फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों ने भाग लिया, जिनमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर, सेंट्रल संस्कृत यूनिवर्सिटी, आईआईईएसटी शिबपुर, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी, विनोबा भावे यूनिवर्सिटी और बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी शामिल रहे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षकों में नेतृत्व कौशल विकसित करना और संस्थानों में सकारात्मक बदलाव लाना था।
इस प्रशिक्षण में 16 इंटरएक्टिव सत्र, मैथन डैम और जियोलॉजिकल म्यूजियम का फील्ड विजिट तथा योग सत्र आयोजित किए गए। इस पहल के जरिए अब तक देशभर के 130 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
समापन सत्र की मुख्य अतिथि प्रो. केका ओझा, डीन (सीईपी), आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि यह पहल न केवल व्यक्तिगत नेतृत्व क्षमता को बढ़ाती है, बल्कि एक सामूहिक दृष्टिकोण विकसित करती है जो भारत की शैक्षणिक व्यवस्था को सशक्त बनाने में मददगार है।
कार्यक्रम निदेशक प्रो. मृणालिनी पांडेय ने शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी को इस पहल के लिए सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया और सभी संसाधन व्यक्तियों एवं आयोजन समिति के सदस्य गोपेश कुमार, ए. गोपाला कृष्णा, आसिफ खान, कुमार सुब्रत और ओम प्रकाश प्रसाद के समर्पण की सराहना की।
प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कार्यक्रम के व्याख्यान, चर्चा सत्र और गतिविधियाँ बेहद उपयोगी और प्रेरणादायक रहीं, जिससे उन्हें नेतृत्व के विभिन्न आयामों को समझने और अपनाने का अवसर मिला।
नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके तहत संस्थान देशभर में नेतृत्व विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता को नई दिशा दे रहा है।
