



मतदाता गहन पुनरीक्षण ने बिहार चुनाव को किया प्रभावित: दीपंकर भट्टाचार्य

राज्य स्थाई कमेटी की बैठक में श्रम संहिता के खिलाफ एकजुटता पर जोर दिया गया
डीजे न्यूज, धनबाद/तिसरा: भाकपा माले झारखंड राज्य स्थाई कमिटी की बैठक धनबाद परिसदन में मंगलवार को हुई। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव कॉ0 दीपंकर भट्टाचार्य उपस्थित थे।अध्यक्षता राज्य सचिव कॉ0 मनोज भक्त ने की।बैठक के दौरान बिहार चुनाव की समीक्षात्मक रिपोर्ट, मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्यों की समीक्षा, चार श्रम संहिता को लागू करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
कॉ0 दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार चुनाव को एसआइआर ने काफी प्रभावित किया है। 70 लाख मतदाताओं का नाम काटा गया। बाद में 25 लाख लोगों का नाम जोड़ा जाना संदेहास्पद रहा है। जिसकी समीक्षा जारी है। 21 नवंबर को केंद्र सरकार द्वारा चार श्रम संहिता लागू कर दिया है और सरकार लोगों को इसके लाभ गिनाए जा रहे हैं। इसी तरह तीन कृषि कानून देश पर लागू करने पर आमदा था। किसानों ने उसके विसंगतियों को पहचान कर लगातार आंदोलन के बल पर सरकार को पीछे ढकेलने का काम किया है। उसी प्रकार मजदूरों के बीच श्रम संहिता से होने वाले श्रमिक हितों को नुकसान पहुंचाने वाले विसंगतियों को ले जाने की आवश्यकता है। श्रम संहिता मजदूरों का गुलामी की दस्तावेज है। इसके खिलाफ मजदूरों को गोलबंदी करनी है। कॉरपोरेट नीति के खिलाफ जल जंगल जमीन की रक्षा की लड़ाई लड़ने वाले आदिवासियों को नक्सल के नाम पर मार दिया जा रहा है। हिंडमा की हत्या अडानी के लिए, चार श्रम कोड भी अडानी के लिए।
राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
माइक्रो फाइनेंस कर्ज में फंसे महिलाओं की स्थिति काफी दयनीय है। इस पर भी आंदोलन खड़ा करना है।
पोलित ब्यूरो सदस्य सह पूर्व विधायक कॉ0 आनन्द महतो ने कहा कि पार्टी की मजबूती के लिए गांव स्तर पर जनसंगठनों को विस्तार करने की आवश्यकता है। समय-समय पर कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी क्लास करके मार्क्सवाद से लैस की जाएगी। सांगठनिक ढांचों को मजबूत किया जाएगा।
रोजगार एवं विस्थापन को लेकर 20 जनवरी को राज्यस्तरीय कन्वेंशन धनबाद में आयोजित की जाएगी।
बैठक में पोलित ब्यूरो सदस्य हलधर महतो, केंद्रीय कमिटी सदस्य शुभेंदु सेन, केंद्रीय कमिटी सह निरसा विधायक कॉ0 अरूप चटर्जी, सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो, पूर्व विधायक कॉ0 विनोद कुमार सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव, निताई महतो, सीताराम सिंह, मोहन दत्ता, नीरज कुमार, अशोक पासवान, बीएन सिंह, जयंती चौधरी, देवदीप सिंह दिवाकर, रविन्द्र राम, बिंदा पासवान, कार्तिक प्रसाद, भुनेश्वर केवट, विजय पासवान आदि मौजूद थे।
