



मंत्री हफीजूल हसन ने झारखंड स्थापना दिवस पर किया परिसंपत्ति का वितरण व विकास योजनाओं का समीक्षा

देवघर में विकास और जनकल्याण की नई दिशा : मंत्री हफीजूल हसन
भागीदारी आधारित विकास से ही बदलेगी देवघर की तस्वीर : नमन प्रियेश लकड़ा
डीजे न्यूज, देवघर : झारखंड स्थापना दिवस एवं धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर देवघर में आयोजित भव्य समारोह में राज्य सरकार की विभिन्न विकासपरक व जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रदर्शन हुआ।

मुख्य अतिथि जल संसाधन एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री हफीजूल हसन ने समारोह में उपस्थित लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया और राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को रेखांकित किया।
मंत्री ने कहा— “सर्वजन विकास ही हमारी सरकार का मूल लक्ष्य”
समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री हफीजूल हसन ने कहा कि झारखंड की विकास यात्रा में सभी वर्गों की समान भागीदारी सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने प्रमुख घोषणाएँ कीं—
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पंचायतों को 5 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार सतत कार्य कर रही है।
21 नवम्बर से 15 दिसंबर तक चलने वाले “आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम के माध्यम से सरकार सीधे लोगों के घर-घर पहुंचकर समस्याओं का समाधान करेगी।

शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी मंत्री ने सम्मानित किया।
झारखंड स्थापना दिवस पर अनेक योजनाओं का लाभ
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों की योजनाओं से चयनित लाभुकों को लाभान्वित किया गया। इनमें शामिल हैं—
सोना–सोबरन धोती–साड़ी योजना
वनाधिकार अधिनियम अंतर्गत पट्टा वितरण
JSPLPS के तहत ऋण
झारखंड आंदोलनकारी सम्मान
कृषि उपकरण
बाबा साहेब अम्बेडकर आवास
मनरेगा योजनाएँ
प्रमाण पत्र वितरण आदि
जल संसाधन विभाग की उपलब्धियाँ भी साझा
मंत्री ने जल संसाधन विभाग द्वारा की गई प्रमुख प्रगति का विस्तृत विवरण दिया—
सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना के तहत चांडिल डैम, गालूडीह बराज और खरकई बराज से सिंचाई परियोजनाओं का विस्तार।
UGPL पाइपलाइन के माध्यम से सिंचाई क्षमता में बढ़ोतरी।
देवघर सहित राज्य में लघु सिंचाई की 727 योजनाओं की स्वीकृति।
वर्ष 2000 की तुलना में सिंचाई क्षमता 6.27 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 10.12 लाख हेक्टेयर।
ERM योजनाओं के तहत 74 पुरानी सिंचाई योजनाओं का पुनरुद्धार।

जल राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि—वर्ष 2024–25 में ₹270.53 करोड़, जबकि 2025–26 में ₹1120 करोड़ प्राप्ति की संभावना।
उपायुक्त बोले— भागीदारी आधारित विकास से ही बदलेगी देवघर की तस्वीर
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने स्वागत संबोधन में कहा—
“देवघर का विकास तभी संभव है जब प्रशासन, जनप्रतिनिधि और जनता मिलकर काम करें। हमारा मूल मंत्र—पारदर्शिता, त्वरित सेवा और संवेदनशीलता है।”
उन्होंने पर्यटन, बुनियादी ढाँचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, आजीविका, सामाजिक सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा के क्षेत्र में जारी पहलों को रेखांकित किया। उपायुक्त ने देवघर को “झारखंड का मॉडल जिला” बनाने का संकल्प भी दोहराया।
देवघर के भविष्य का संकल्प
स्थापना दिवस पर निम्न संकल्प लिए गए—
देवघर को स्वच्छ, सुरक्षित और आधुनिक बनाना
पर्यटन और तीर्थ विकास को नई ऊँचाई देना
युवाओं और महिलाओं को अधिक अवसर
जनजातीय व ग्रामीण समुदायों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ना
पर्यावरण और प्राकृतिक धरोहरों का संरक्षण सर्वोच्च प्राथमिकता
उपस्थिति
कार्यक्रम में नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, जेएसएलपीएस टीम, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी सहित भारी संख्या में जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मी उपस्थित रहे।
समारोह का समापन उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
