भव्य शोभायात्रा के साथ मां मथुरासिनी पूजा महोत्सव शुरू

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भव्य शोभायात्रा के साथ मां मथुरासिनी पूजा महोत्सव शुरू

पूर्व भाजपा विधायक निर्भय शाहाबादी ने पुष्प वर्षा कर श्रद्धालुओं का किया स्वागत, माहुरी समाज के गौरवशाली इतिहास को कराया याद 

डीजे न्यूज, गिरिडीह : माहुरी समाज के कुल देवी मां मथुरासिनी पूजनोत्सव सोमवार को माहुरी छात्रावास भंडारीडीह से एक भव्य शोभायात्रा निकाल कर शुरू की गई। इसमें समाज के हजारों लोगों के साथ साथ शहर के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। यह शोभायात्रा माहुरी छात्रावास से निकल कर टॉवर चौक, कालीबाड़ी, शिवमुहल्ला, गद्दी मुहल्ला से मकतपुर होते हुए पुनः माहुरी् छात्रावास पहुंचकर समाप्त हुई। इस शोभायात्रा में महिलाएं अपने हाथों में माँ मथुरासिनी के निशान लिए हुए जयकारें लगा रही थी।

शोभायात्रा में माहुरी वैश्य महामंडल के महामंत्री उमाशंकर चारणपहाडी, प्रदीप कुमार, केंद्रीय नवयुवक समिति के अध्यक्ष संजीत तर्वे, पिंटू तर्वे, महिला समिति की केंद्रीय उपाध्यक्ष कंचन देवी समेत माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीहके अध्यक्ष गोपाल दास भदानी, अरुण कुमार, सुजय कुमार, मनीष विनायक समेत सैकड़ों महिला पुरूष शामिल थे।

इधर इस अवसर पर गिरिडीह के पूर्व भाजपा विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने रानी लक्ष्मीबाई स्कूल, मकतपुर के पास शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पुष्पवर्षा की। साथ ही शीतल पेयजल भी लोगों के बीच वितरण किया। पुष्पवर्षा में दीपक स्वर्णकार, बीरेंद्र वर्मा, कन्हैया ओझा, अशोक केशरी, अजित राम, सिंकू सिन्हा, नीलू सिन्हा, उत्तम लाला, गोबिंद तुरी, मनोज संघीय, प्रकाश दास, सुरेश सिन्हा, दीपक शर्मा, आनंद पासवान सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।

इस शोभायात्रा में शामिल लोगों को बधाई देते हुए पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने कहा कि माहुरी समाज की यह परंपरा सैकड़ो वर्षो से कायम है। इनका इतिहास भी बहुत कठिनाई से भरा है। कालांतर में मुगल आक्रांताओं का आतंक जब हमारे अखंड भारत पर शुरू हुआ और जबरन धर्म परिवर्तन कराने लगे, उस प्रलयकारी समय मे भी तब यह समाज झुका नही और न ही कमजोर हुआ। अपने सनातन धर्म की रक्षा के लिए विभिन्न प्रान्तों में वे जा बसे,परंतु सनातन धर्म की रक्षा के लिए उसके आगे झुकना स्वीकार नहीं किया। अपने सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार का कार्य जारी रखा। इस समाज के लोग बहुत ही मेहनती और कर्मठ हैं। आज उसी मेहनत के बलबूते पर अपनी पहचान एक सफल व्यवसायी वर्ग के रूप बनाए हुए हैं। हमारे गिरिडीह और इसके आसपास के जिलों में इस समाज के बहुतायत लोग बसते हैं। इन सभी क्षेत्रों के विकास में इनका अभूतपूर्व योगदान रहता है। मैं माँ मथुरासिनी माता से यह आशीर्वाद मांगता हूं कि आपकी असीम कृपा हम सभी पर बनी रहे,और हमारा सनातन धर्म पुनः एक फिर से विश्व के पटल पर एक वट वृक्ष की तरह अपनी परंपरा की जड़े को मजबूत कर सके।

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