लिथियम के नाम पर आदिवासियों को जल जंगल जमीन से बेदखल करने की केंद्र सरकार की साजिश : राजकुमार यादव

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लिथियम के नाम पर आदिवासियों को जल जंगल जमीन से बेदखल करने की केंद्र सरकार की साजिश : राजकुमार यादव

चुप्पी साधे हुए हैं अन्नपूर्णा और बाबूलाल : माले

डीजे न्यूज, तिसरी, गिरिडीह : 

तिसरी प्रखंड के लोकाय में रविवार को भाकपा माले ने आदिवासी संघर्ष मोर्चा की बैठक की। बैठक में आदिवासियों के हित में कई निर्णय लिए गए।

बैठक की अध्यक्षता रामजीत मुर्मू व संचालन जागो मरांडी ने किया। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि तिसरी में लिथियम के नाम पर यहां के हजारों आदिवासियों को जल जंगल जमीन से बेदखल करने की साजिश हो रही हैं। उन्होंने कहा कि तिसरी प्रखंड के खासकर के लोकाय नयनपुर और जिस भी क्षेत्र में माइका पाया जाता है वहां भारत सरकार द्वारा मेजर घोषित करके पूरे जल जंगल जमीन को अडाणी को कब्जा कराने की साजिश चल रही है। लिथियम के नाम पर यहां के हजारों आदिवासियों को जल जंगल जमीन से बेदखल करने का प्लान बन रहा हैं। जहां गरीब आदिवासी लोग ढिबरा चुनने जाते थे वहां उन्हें चुनने के लिए मना किया जाता था लेकिन कंपनी द्वारा उन स्थानों पर बिना अनुमति के ही बोरिंग किया जा रहा है। इससे उस क्षेत्र के आदिवासी दहशत में हैं। इस मसले पर भी स्थानीय विधायक बाबूलाल मरांडी चुप्पी साधे हुए हैं। आलम यह है कि रोजगार के अभाव में तिसरी के हजारों लोग पलयान कर रहे हैं। उन्होने कहा की स्थानीय विधायक ओर सांसद को विकास योजनाओं के नाम पर पांच-पांच करोड़ रुपये मिलते हैं किंतु उस राशि को आदिवासी क्षेत्रों में विकास के लिए खर्च नहीं की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी दस सूत्री मांगों को अगर 15 अक्टूबर तक पूरा नहीं की गई, तो आदिवासी संघर्ष मोर्चा 16 अक्टूबर से हजारों लोगों के साथ आंदोलन करेगा। बैठक में पार्टी के प्रखंड सचिव मुन्ना राणा, दिनेश सोरेन समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

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