
कुंजबोना कल्याण अस्पताल की संचालक संस्था को टर्मिनेट कर ब्लैकलिस्ट करने की अनुशंसा
अस्पताल के संचालन में भारी अनियमितता को लेकर नाला बीडीओ ने कराई प्राथमिकी, जामताड़ा के उपायुक्त रवि आनंद ने की कार्रवाई
डीजे न्यूज, जामताड़ा : नाला प्रखंड के कुंजबोना स्थित कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित अस्पताल के संचालन में भारी अनियमितताओं के खुलासे के बाद जामताड़ा के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रवि आनंद ने कड़ा रुख अपनाया है। उपायुक्त ने अस्पताल के संचालक संस्था सनमत (SANMAT) के खिलाफ टर्मिनेशन और काली सूची में डालने की अनुशंसा सचिव, कल्याण विभाग एवं आदिवासी कल्याण आयुक्त से की है।
यह कार्रवाई 19 जुलाई को उपायुक्त द्वारा अधिकारियों संग किए गए औचक निरीक्षण के बाद सामने आए तथ्यों पर आधारित है। निरीक्षण में अस्पताल संचालन में व्यापक स्तर पर नियम उल्लंघन, लापरवाही, धोखाधड़ी, आर्थिक गबन और मेडिकल एक्ट/काउंसिल नियमों के उल्लंघन के गंभीर आरोप प्रमाणित हुए।
निरीक्षण में पाए गए प्रमुख तथ्य:
अपात्र चिकित्सकों द्वारा अवैध उपचार और एलोपैथी दवाओं का प्रेस्क्रिप्शन।
टेक्नीशियन द्वारा मरीजों की जांच और दवा परामर्श।
तीन डॉक्टरों की लगातार अनुपस्थिति, कोई लिखित सूचना या अनुमति नहीं।
सर्जनों की नियुक्ति के बावजूद मेजर ओटी 2022 से बंद।
स्टाफ को अनुबंध से कम वेतन का भुगतान।
मुफ्त दवाइयों की अवैध बिक्री की संभावना।
लेखा पुस्तकों और फाइनेंशियल रिकॉर्ड को छुपाना।
निरीक्षण के दौरान गलत और भ्रामक जानकारी देना।
इन तथ्यों के आधार पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, नाला के आवेदन पर बीएनएस और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की सुसंगत धाराओं के तहत नाला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उपायुक्त का सख्त संदेश
उपायुक्त रवि आनंद ने कहा कि सरकारी धन, मरीजों के अधिकारों और स्वास्थ्य प्रणाली की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर नियम विरुद्ध कार्य, धोखाधड़ी या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित संस्था, संचालक या अधिकारी के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें ब्लैकलिस्टिंग और प्राथमिकी दर्ज करना शामिल है।
उन्होंने जिले में संचालित अन्य सभी संस्थाओं और विभागीय कार्यालयों को चेतावनी दी कि अगर किसी भी स्तर पर अनियमितता पाई गई, तो कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।