

कतरास के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को मिला आदर्श सम्मान
डीजे न्यूज, कतरास (धनबाद):
शिक्षक दिवस के पूर्व संध्या पर श्री कृष्णा मातृ सदन रानी बाजार एवं सात्विक आईवीएफ के तत्वावधान में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मातृ सदन परिसर में गुरुवार को आयोजित समारोह के दौरान हिंदी कन्या मध्य विद्यालय कतरास के सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं सहित अन्य विद्यालय के शिक्षक और शिक्षकाओ को सम्मानित किया गया। साथ ही सात्विक आईवीएफ धनबाद के द्वारा नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर में कई दंपतियों का नि:शुल्क इलाज परामर्श दी गई।
समारोह का उदघाटन संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। दीप प्रज्वलन में डॉक्टर विश्वनाथ चौधरी, उषा चौधरी, महादेव चटर्जी, गुजराती स्कूल के प्रधानाध्यापक आशुतोष पांडेय, डॉक्टर शिवानी झा, विजय कुमार झा, राखी कुमारी प्रभारी प्रधानाध्यापक हिंदी कन्या मध्य विद्यालय, मनीषा मीनू ( न्यूट्रीशियन) थे।
दीप प्रज्वलन के पश्चात डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन, कन्या पाठशाला की शिक्षिका स्वर्गीय प्राणी मिश्रा ( माता डॉ शिवानी झा ) एवं डीएवी मिडिल स्कूल कतरास के स्वर्गीय चुनचुन मिश्रा ( चाचा डॉ शिवानी झा ) के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित किया गया।
सभी शिक्षक और शिक्षिकाओं को शॉल ओढ़ाकर, मोमेंटो और पौधा देकर सम्मानित किया गया।
अध्यक्षता गुजराती स्कूल के प्रधानाध्यापक आशुतोष पांडेय तथा मंच संचालन सामाजिक कार्यकर्ता गौतम मंडल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर नेहा प्रियदर्शिनी ने किया।
शिक्षक समाज के सुधारक होते हैं, उनके बिना समाज अधूरा है: विजय झा
सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए विजय कुमार झा ने कहा कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन 1952 से लेकर 1962 तक उपराष्ट्रपति रहे, तत्पश्चात राष्ट्रपति बने। ऐसे महापुरुष डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को शिक्षक दिवस के अवसर हम सभी नमन करते हैं। शिक्षक समाज के सुधारक होते हैं, उनके बिना समाज अधूरा है।
राजनीतिक और शैक्षणिक परिदृश्य पर डा. राधाकृष्णन की गहरी पकड़ थी: डा. शिवानी
डॉ शिवानी झा ने कहा कि डॉ राधाकृष्णन एक प्रतिष्ठित शिक्षक, विद्वान, दार्शनिक और राजनेता थे। राजनीतिक और शैक्षणिक परिदृश्य पर उनकी गहरी पकड़ थी। हिंदी कन्या मध्य विद्यालय से मैंने अपनी शिक्षा की शुरूआत की थी।
डा. राधाकृष्णन की थी जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की सोच: डा. विश्वनाथ
डॉ विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृश्णन के साथियों और छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने का निर्णय लिया था, जिसपर उन्होंने कहा कि मेरा जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएं, यही मेरे लिए सम्मान होगा।
अज्ञानता दूर कर ज्ञान की रोशनी भरते हैं शिक्षक: डा. नेहा
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ नेहा प्रियदर्शिनी ने कहा कि शिक्षक हमारे जीवन को अज्ञानता से दूर करते हैं और ज्ञान की रोशनी भरते हैं। शिक्षक हमे एक जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं। शिक्षक के बिना ज्ञान संभव नहीं है और हमे इनका सदैव सम्मान करना चाहिए।
निःशुल्क चिकित्सा शिविर में 40 दम्पतियो को चिकित्सा परामर्श दी गई ।
ये हुए सम्मानित
राखी कुमारी प्रभारी प्रधानाध्यापिका, रेखा कुमारी सहायक शिक्षिका, मनीषा कुमारी सहायक शिक्षिका, श्रवण कुमार महतो, उमेश चंद्र महतो, रूपेश कुमार बर्मन, जावेद इकबाल, सीमा रानी, कविता शर्मा, वंदना कुमारी, संगीता बर्मन, सविता कुमारी, पिंकी कुमारी, ममता कुमारी, सूर्यनारायण तिवारी भूतपूर्व प्रधानाध्यापक कन्या हिंदी मध्य विद्यालय, महादेव चटर्जी, आशुतोष पांडेय प्रधानाध्यापक गुजराती स्कूल कतरास, सरिता वर्मा डिनोबली स्कूल कोराडीह, सरिता गुप्ता, पूजा भारती कुमारी ज्ञान शिशु मंदिर रानी बाजार, रूबी हाजरा टाटा डीएवी, विवेक सिन्हा विज्ञान शिक्षक सरस्वती शिशु मंदिर श्यामडीह, विशाल सिन्हा, पवन पांडे डीएवी स्कूल कोयला नगर धनबाद आदि को सम्मानित किया गया।
ये थे मौजूद
कार्यकर्म में विनोद सिंह, राणा प्रताप चौहान, शंकर चौहान, अनुज सिन्हा, अधिवक्ता सोमनाथ चटर्जी, डॉ विनय कुमार, राजेश चोपड़ा उपस्थित थे।
सफल बनाने में सात्विक आईवीएफ धनबाद, श्रीकृष्णा मातृ सदन रानी बाजार कतरास एवं चौधरी नर्सिंग होम कतरास के स्टाफ ने मुख्य भूमिका निभाई।
