
कोनार नहर की सर्विस रोड बनी कीचड़ का समंदर, बोदरा-चौथा कच्ची सड़क की दुर्दशा से लोग बेहाल
एलसीसी कंपनी और सिंचाई विभाग की अनदेखी से नाराज ग्रामीण, बारिश में बढ़ी मुश्किलें
श्रीप्रसाद बरनवाल, बगोदर(गिरिडीह) : एनएच-522 से जुड़ने वाली हेठली बोदरा-चौथा कच्ची सड़क की हालत इन दिनों बदहाल हो चुकी है। सड़क पर कीचड़ और गड्ढों का साम्राज्य है, जिससे बारिश के मौसम में राहगीरों का गुजरना जोखिम से खाली नहीं। कोनार नहर प्रमंडल बगोदर के अंतर्गत आने वाली इस नहर की सर्विस रोड की जिम्मेदारी जहां सिंचाई विभाग की है, वहीं नहर सुदृढ़ीकरण का ठेका गुजरात की एलसीसी कंपनी को मिला है। लेकिन दोनों ही पक्ष इस गंभीर समस्या को लेकर मौन साधे हुए हैं।
करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी यह कच्ची सड़क अब हेठली बोदरा समेत कई गांवों के लोगों के लिए मुख्य आवागमन का जरिया बन चुकी है। बावजूद इसके, न तो सड़क को पक्की करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया गया और न ही बारिश पूर्व उसकी मरम्मत की गई। ठेका कंपनी ने बरसात से पहले सड़क के गड्ढों में मोरम की जगह मिट्टी भर दी, जो अब कीचड़ में तब्दील हो चुकी है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि एलसीसी कंपनी केवल ठेका उठाकर औपचारिकता निभा रही है और काम खत्म होते ही गुजरात लौट जाने की तैयारी में रहती है। वहीं कोनार नहर परियोजना बगोदर प्रमंडल के अधिकारी भी पूरी तरह से निष्क्रिय बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि कार्यपालक अभियंता किशोर कुमार का यहां केवल प्रभार है, और वे हजारीबाग में पदस्थापित हैं। वे सप्ताह में मुश्किल से एक-दो दिन ही बगोदर आते हैं, जिससे इलाके के दौरे का भी उन्हें समय नहीं मिल पाता। स्थिति यह है कि नहर की मेढ़, जिसकी चौड़ाई मात्र दो फीट है, उसी पर बाइक सवार जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। चार पहिया वाहनों के लिए यह रास्ता लगभग असंभव हो गया है, जबकि पैदल चलना भी चुनौतीपूर्ण हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते सिंचाई विभाग और ठेका कंपनी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो जनाक्रोश भड़क सकता है। इस कच्ची सड़क की दुर्दशा के लिए लोग एलसीसी कंपनी को सीधे तौर पर जिम्मेदार मान रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब तक इस समस्या पर संज्ञान लेता है और ग्रामीणों को राहत देने के लिए क्या कदम उठाता है।