
खेतीयोग्य भूमि पर बोल्डर व पत्थर गिरने से किसानों में मायूसी
डीजे न्यूज, बलियापुर, धनबाद:
चालधोवा मौजा में पत्थर उत्खनन के दौरान ब्लास्टिंग का बड़ा-बड़ा बोल्डर एव पत्थर अगल-बगल खेतीयोग्य जमीन पर गिरने से किसानों का खेती कार्य काफी प्रभावित हो रहा है। बोल्डर एवं पत्थर धान के खेतों में गिरने से खेती के इस मौसम में किसान जुताई नहीं कर पा रहे हैं। गांव के संथाल आदिवासी महिला किसान शुक्रमणि देवी, मंगल मुर्मू, सुरेश कुमार मुर्मू, सुरेश चंद्र मुर्मू, भुट्टू हसदा आदि ने बताया कि भारी पैमाने पर चल रहे पत्थर उत्खनन के दौरान ब्लास्टिंग का बड़े-बड़े पत्थर उड़कर उन लोगों के खेतों में गिरते हैं। बताया कि पत्थर का वजन 10 किलो से 50 किलो है। एक दो आदमी द्वारा खेतों से हटाना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसी स्थिति में खेतों की जुताई के दौरान बोल्डर से किसान घायल भी हो रहे हैं। ग्रामीण किसानों का कहना है कि खेती के इस मौसम में किसानों को शारीरिक रूप से कुछ भी होने से खेती कार्य काफी प्रभावित होगा। किसानों ने बताया कि इसकी शिकायत पत्थर उत्खनन कर रहे लोगों से करने पर वे लोग पत्थरों को हटाते नहीं है। लोगों का कहना है कि अगर खेतीयोग्य भूमि पर खेती नहीं होगी तो ऐसे सैकड़ो एकड़ धान के खेत बंजर हो जाएंगे और किसान भूखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। पत्थर उत्खनन कार्य करने वाला व्यक्ति कोडरमा जिला का बताया जा रहा है। ग्रामीण किसानों ने यह भी बताया कि खदान संचालन पर रोक लगाने के लिए बलियापुर के सीओ से लेकर खनन विभाग एवं धनबाद के उपायुक्त के साथ-साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी लिखित शिकायत दिया गया, बावजूद संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।