
जनता के चेहरे पर संतोष का भाव ही प्रशासन को कार्य करने की सच्ची प्रेरणा देता है : उपायुक्त रामनिवास यादव
डीजे न्यूज, गिरिडीह : समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को आयोजित जनता दरबार के दौरान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रामनिवास यादव ने स्पष्ट कहा कि जनता के चेहरे पर संतोष का भाव ही प्रशासन को कार्य करने की सच्ची प्रेरणा देता है।
उपायुक्त ने सभी अंचल, प्रखंड और जिलास्तरीय अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर पारदर्शिता और पात्रता के साथ समाधान करें। उन्होंने बताया कि अधिकतर जनशिकायतें जमीन से जुड़ी होती हैं, इस कारण सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के मामलों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें।
जनसेवा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए उपायुक्त ने कहा कि हर कार्यदिवस में कम से कम एक घंटा अधिकारी जनता की शिकायतें सुनने के लिए अनिवार्य रूप से समय निकालें। साथ ही विशेष व्यवस्था के तहत अंचल कार्यालयों में प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक जनता से मिलने का समय निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को समाहरणालय में विशेष रूप से जनता दरबार आयोजित किया जाता है, जहां स्वयं उपायुक्त नागरिकों की समस्याएं सुनते हैं। आज के जनता दरबार में करीब 60 फरियादी उपस्थित हुए, जिनकी समस्याओं को सुनकर संबंधित विभागों को तत्काल निराकरण का निर्देश दिया गया।
आज प्राप्त आवेदनों में मुख्य रूप से भूमि विवाद, शिक्षा, आवास, पेयजल, राशन कार्ड तथा आयुष्मान कार्ड जैसी समस्याएं शामिल थीं।
उपायुक्त यादव ने कहा,
“जिला प्रशासन और आम जनता के बीच दूरी न हो तभी एक सशक्त, सुव्यवस्थित और जनकल्याणकारी समाज का निर्माण संभव है।”
उन्होंने यह भी दोहराया कि जनसमस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान न केवल प्रशासन की जिम्मेदारी है, बल्कि एक नैतिक कर्तव्य भी है।
समापन के दौरान उपायुक्त ने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे जनहित को सर्वोपरि मानते हुए, सीधे जनता से संवाद करें, उनकी समस्याएं सुनें और धरातल पर समाधान सुनिश्चित करें, ताकि शासन की योजनाएं सही लाभार्थियों तक पहुंचे और एक विश्वासपूर्ण प्रशासनिक वातावरण बन सके।