झारखंड पूरे भारत को दिखा सकता है प्रकृति संरक्षण का मार्ग: डीसी, पौधरोपण में स्थानीय पौधों को दें तहरीज: कुलपति

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झारखंड पूरे भारत को दिखा सकता है प्रकृति संरक्षण का मार्ग: डीसी,
पौधरोपण में स्थानीय पौधों को दें तहरीज: कुलपति
डीजे न्यूज, धनबाद:
धनबाद नगर निगम की ओर से मंगलवार को टाउन हॉल में पर्यावरण उत्सव एवं अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि झारखंड को लैंड ऑफ फॉरेस्ट कहा जाता है और प्रकृति संरक्षण का मार्ग झारखंड पूरे भारत को दिखा सकता है। धनबाद नगर निगम के प्रयास सराहनीय हैं। ‘वे ऑफ लाइफ को लेकर सरकार ने जो एडवाइजरी जारी की है, उसे हर किसी को अपनाना चाहिए।
धनबाद में इस वर्ष 5 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि यह शहर आपका है और इसे संरक्षित करने के लिए आपको आगे आना होगा।
धनबाद के बच्चों से कहना चाहता हूँ कि आप ही कल का भविष्य हैं। यदि आप सजग रहेंगे तो आने वाले समय में धनबाद देश के सबसे सुंदर शहरों में एक होगा।
धनबाद कभी देश के सबसे प्रदूषित शहरों में गिना जाता था, लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन के निरंतर प्रयासों से अब इसमें सुधार दिख रहा है। ऐसे कार्यक्रम लोगों में जागरूकता लाते हैं और स्वच्छ वायु पहल को मजबूती प्रदान करते हैं। जिला प्रशासन हमेशा ऐसे आयोजनों में सहयोग करता रहेगा।
जिला वन अधिकारी विकास पालीवाल ने पौधरोपण पर जोर देते हुए कहा कि वृक्ष हमारे लिए बहुत जरूरी है।
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि हर पेड़ का अपना महत्व है और पौधरोपण में जो स्थानीय पौधा है उसे तहरीज देनी चाहिए। इससे पर्यावरण का संतुलन बना रहता है।
आईआईटी आईएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा ने कहा कि हमारी संस्कृति में पर्यावरण का हमेशा से महत्व रहा है। पर्यावरण के प्रति हमें सजग होना होगा।
नगर आयुक्त रविराज शर्मा ने कहा कि वायु प्रदूषण आज दुनिया के लिए सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है, जो लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। धनबाद नगर निगम स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयास कर रहा है। झारखंड में सबसे पहले धनबाद ही है जहाँ 10 से अधिक वायु गुणवत्ता मशीनें स्थापित की गई हैं। धूल नियंत्रण के लिए मैकेनिकल स्वीपर और स्प्रिंकलर का नियमित उपयोग किया जा रहा है। शिकागो विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के अनुसार धनबाद में वायु प्रदूषण में कमी दर्ज की गई है। उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छ वायु के लिए नागरिक भागीदारी को नगर निगम अपनी रणनीति का महत्वपूर्ण स्तंभ मानता है। इसी दिशा में वार्षिक पर्यावरण उत्सव की शुरुआत की गई है। इस वर्ष भी स्कूलों, कॉलेजों, सिविल सोसाइटी संगठनों और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की।
प्रतियोगिता के विजेता
इंटर-कॉलेज डिबेट प्रतियोगिताः
प्रथम व द्वितीय स्थान गुरु नानक कॉलेज।
तृतीय स्थान पी. के. रॉय मेमोरियल कॉलेज।
प्रोजेक्ट मेकिंग प्रतियोगिता (वर्ग 9-10):
प्रथम राजकमल स्वरसवाती विद्या मंदिर, द्वितीय डीएवी कोयलानगर, तृतीय सर्वमंगला पब्लिक स्कूल।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता (वर्ग 11-12);
प्रथम प्रिया कुमारी (मिशन ऑफ नॉलेज), द्वितीय आकांक्षा शक्ति (डीएवी कोयलानगर), तृतीय प्रियानशू चौधरी (राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर)।
उपस्थित अतिथि
आईएसएम के प्रतिनिधि डॉ. सुरेश पांडियन, अपर नगर आयुक्त महेश्वर महतो, सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार, प्रसून कौशिक, शिखा कुमारी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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