झारखंड बजट पर महानगर भाजपा का हमला : जनविरोधी और दिशाहीन बजट 

Advertisements

झारखंड बजट पर महानगर भाजपा का हमला : जनविरोधी और दिशाहीन बजट 

डीजे न्यूज, धनबाद : झारखंड सरकार द्वारा पेश किए गए वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर महानगर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा हमला बोला है। भाजपा धनबाद महानगर अध्यक्ष श्रवण राय ने इस बजट को जनता के साथ छलावा और भद्दा मजाक करार देते हुए कहा कि यह अत्यंत निराशाजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की हेमंत सरकार केंद्र सरकार की योजनाओं की बदौलत हो रहे विकास कार्यों का श्रेय खुद लेने में जुटी है।

श्रवण राय ने कहा कि यह बजट राज्य हित में नहीं है और चुनाव से पहले किए गए वादों एवं घोषणाओं को पूरा करने में पूरी तरह विफल है।

 

खोखला और दिशाहीन बजट : मानस प्रसून और धनेश्वर महतो

 

भाजपा जिला महामंत्री मानस प्रसून और धनेश्वर महतो ने कहा कि हेमंत सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पूरी तरह दिशाहीन और खोखला है। उन्होंने कहा कि इस बजट में गरीब, किसान, मजदूर और युवा के लिए कोई ठोस प्रावधान नहीं किया गया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत को नज़रअंदाज़ किया गया है। यह बजट केवल आंकड़ों की बाजीगरी है, जिससे आम जनता को कोई वास्तविक लाभ नहीं मिलेगा।

 

बेरोजगारी पर सरकार चुप : पंकज सिन्हा और शेखर सिंह

 

भाजपा जिला मंत्री पंकज सिन्हा और जिला उपाध्यक्ष शेखर सिंह ने कहा कि झारखंड का सबसे गंभीर मुद्दा बेरोजगारी है, लेकिन इस बजट में युवाओं के लिए कोई ठोस रोजगार नीति नहीं बनाई गई।

उन्होंने कहा कि झारखंड खनिज संपदा से भरपूर राज्य है, लेकिन उद्योग और कारखानों के विकास के लिए बजट में कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के पास झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने की कोई दृष्टि नहीं है।

 

महिला सुरक्षा पर सरकार की चुप्पी : प्रियंका देवी

 

भाजपा जिला मंत्री प्रियंका देवी ने बजट में महिला सुरक्षा के लिए कोई विशेष योजना न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि झारखंड में महिलाओं की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

 

जनता को ठगने वाला बजट : भाजपा

 

भाजपा नेताओं ने एक स्वर में कहा कि यह बजट झारखंड की जनता को ठगने वाला है और इससे राज्य के विकास की गति प्रभावित होगी। पार्टी ने सरकार से मांग की कि वह जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए व्यावहारिक और ठोस योजनाएं बनाए, जिससे वास्तविक विकास हो सके।

Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial
Scroll to Top