

सुनील कुमार राय
झरिया–बलियापुर सड़क : 44 करोड़ खर्च कर सालभर में धंसने के लिए आउटसोर्सिंग कंपनी जिम्मेवार

विभिन्न संगठनों ने आउटसोर्सिंग कंपनी पर शिकंजा कसने का लगाया आरोप, दुर्गा पूजा से पहले सड़क दुरुस्ती की मांग
डीजे न्यूज, धनबाद : झरिया–बलियापुर मुख्य मार्ग की स्थिति इन दिनों अत्यंत जर्जर हो गई है। सड़क धंस जाने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। क्षेत्र के लोगों में इसको लेकर गहरा आक्रोश है। बुधवार को जिस स्थान पर सड़क धंसी है, वहां स्थानीय लोग विरोध दर्ज कराएंगे।
सुनील कुमार मोदक
मकुंदा के पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं समाजसेवी सुनील मोदक ने कहा कि प्रबंधन और प्रशासन मौत का इंतजार कर रहा है। जब कोई बड़ी घटना होगी तभी कार्रवाई की जाएगी। इस हालत के लिए सबसे बड़ा दोषी आउटसोर्सिंग प्रबंधन है। उनकी गलती से सड़क धंसी है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
संजय कुमार महतो
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला कार्यकारिणी सदस्य संजय कुमार महतो ने कहा कि प्रशासन और प्रबंधन को तुरंत इस विषय पर ध्यान देना चाहिए। इस मुद्दे पर स्थानीय विधायक रागिनी सिंह से भी बात करेंगे। उन्होंने दुर्गा पूजा से पहले सड़क मरम्मत की मांग की।
सुनील कुमार राय
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन, लोदना क्षेत्रीय सचिव सुनील कुमार राय ने सवाल उठाया कि करोड़ों की लागत से बनी सड़क किसकी गलती से धंसी है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और जल्द मरम्मत कर जनता को भयमुक्त आना-जाना सुनिश्चित किया जाए।
रितेश निषाद
जनता मजदूर संघ, नॉर्थ तीसरा शाखा सचिव रितेश निषाद ने कहा कि अवैध खनन के कारण सड़क धंसी है। लोग जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। ऐसे में मरम्मत तत्काल कराई जाए।
हरे कृष्ण निषाद
अधिवक्ता हरे कृष्णा निषाद ने भी आउटसोर्सिंग प्रबंधन पर गलत खनन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
शिव कुमार सिंह
बिहार कोलियरी कामगार यूनियन, लोदना क्षेत्रीय सचिव शिवकुमार सिंह ने कहा कि सड़क की स्थिति खतरनाक है। दुर्गा पूजा से पहले इस पर गंभीरता से काम हो और सुरक्षा के साथ मरम्मत कराई जाए।
जितेंद्र मोदक
अलकडीहा बस्ती के बीसीसीएल मजदूर जितेन मोदक ने कहा कि आउटसोर्सिंग चलने के कारण सड़क धंसी है। प्रबंधन और प्रशासन मिलकर सड़क बनाएं, ताकि जनता को राहत मिले।
राजेंद्र पासवान
बिहार कोलियरी कामगार यूनियन, बस्ताकोला क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष राजेंद्र पासवान ने कहा कि यदि प्रबंधन और प्रशासन गंभीरता से इस मुद्दे को नहीं लेते हैं तो किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
