
जामताड़ा में बारिश से घर गिरने से दादी और पोती की मौत
कालीपत्थर गांव की घटना से शोक में डूबा इलाका, भाजपा नेताओं ने पहुंचकर जताया दुख
डीजे न्यूज, जामताड़ा :
जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के कारण नाला विधानसभा क्षेत्र के कास्ता पंचायत अंतर्गत कालीपत्थर गांव में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें एक घर गिरने से दादी और पोती की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिवधन हेमब्रम का कच्चा घर भारी बारिश के कारण अचानक ढह गया। इस हादसे में उनका ढाई साल का पुत्र मनीष कुमार ने मलबे में दबकर मौके पर ही दम तोड़ बैठा। वहीं, उनकी पत्नी पीतल किस्कू और मां मुकोदी हेमब्रम गंभीर रूप से घायल हो गईं। ग्रामीणों की मदद से दोनों को तत्काल नाला अस्पताल ले जाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए आसनसोल रेफर किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, इलाज के दौरान शिवधन हेंब्रम की मां की भी मौत हो गई।
भाजपा नेताओं ने पहुंचकर परिजनों को दी सांत्वना
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण, भाजयुमो जिलाध्यक्ष कुणाल सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष जितेन राउत, तथा सह मीडिया प्रभारी प्रदीप राउत मृतक के घर पहुंचे और परिजनों से मिलकर दुख व्यक्त किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने इस घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा, “शिवधन हेमब्रम भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और इस दुख की घड़ी में पार्टी का हर एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना के वक्त एम्बुलेंस से संपर्क के बावजूद समय पर कोई मदद नहीं मिली। घायलों को ग्रामीणों ने ही निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया।”
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
सुमित शरण ने यह भी बताया कि घटना के तुरंत बाद उपायुक्त, एसडीओ, डीएसपी नाला समेत संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी गई। कुछ समय बाद नाला सीओ और थाना प्रभारी दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मौके पर मुआवजे की मांग उठाई, जिस पर सीओ ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
सर्वे कराने की मांग
जिलाध्यक्ष ने प्रशासन से यह भी मांग की कि जिले में लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए पंचायत स्तर पर तत्काल सर्वेक्षण कराया जाए। जिन परिवारों के घर जर्जर अवस्था में हैं और जिनके गिरने की आशंका है, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न घटें।
इस हादसे ने न केवल कालीपत्थर गांव को शोक में डुबो दिया है, बल्कि जिलेभर में संवेदना की लहर दौड़ गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण अन्य क्षेत्रों में भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।