जामताड़ा खो-खो एसोसिएशन में विवाद, कोषाध्यक्ष राहुल सिंह ने अध्यक्ष पर उठाए गंभीर सवाल मनमाने तरीके से कार्यकारिणी गठन का लगा आरोप

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जामताड़ा खो-खो एसोसिएशन में विवाद, कोषाध्यक्ष राहुल सिंह ने अध्यक्ष पर उठाए गंभीर सवाल

मनमाने तरीके से कार्यकारिणी गठन का लगा आरोप

डीजे न्यूज, जामताड़ा : जामताड़ा जिले में खेलों को बढ़ावा देने वाली खो-खो एसोसिएशन इस समय अंदरूनी विवादों से जूझ रही है। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष राहुल सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एसोसिएशन के अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने नए कार्यकारी गठन को नियमों के विरुद्ध बताते हुए इसे खेल और खिलाड़ियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

जामताड़ा जिला खो-खो एसोसिएशन में पिछले 16 वर्षों से खेल को बढ़ावा देने के लिए सतत कार्य किया जा रहा है, लेकिन अब संगठन के भीतर आंतरिक कलह और पदाधिकारियों की मनमानी के आरोप उभरकर सामने आए हैं। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष राहुल सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए अध्यक्ष पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों के निजी स्वार्थ के चलते एसोसिएशन में मनमाने तरीके से नई कार्यकारिणी गठन की प्रक्रिया चलाई जा रही है, जो न केवल असंवैधानिक है बल्कि खिलाड़ियों के भविष्य के लिए भी घातक सिद्ध हो सकती है।

कोषाध्यक्ष ने अध्यक्ष पर इन बिंदुओं को लेकर सवाल उठाए

लेटर हेड और लोगो में बदलाव:

जब पुरानी कार्यकारिणी के नाम से आधिकारिक लेटर हेड और लोगो पहले से मौजूद था, तो नई कार्यकारिणी बनने से पहले ही उसमें बदलाव क्यों किया गया?

नया ईमेल आईडी:

एसोसिएशन के पास पूर्व से आधिकारिक ईमेल आईडी मौजूद था, ऐसे में नया ईमेल आईडी बनाने की आवश्यकता क्यों महसूस की गई?

व्हाट्सएप ग्रुप का बदलाव:

पहले से संचालित व्हाट्सएप ग्रुप के बावजूद 14 माह पूर्व एक नया ग्रुप क्यों बनाया गया? क्या यह नई कार्यकारिणी के गठन की तैयारी का हिस्सा था?

कमेटी भंग करने की प्रक्रिया:

कमेटी को भंग करने की सूचना किस बैठक में दी गई? कौन-कौन पदाधिकारी उपस्थित थे? और नई कमेटी के गठन की अनुशंसा किनकी सहमति से हुई? इस पूरी प्रक्रिया को सार्वजनिक किया जाए।

चयन शिविरों में अध्यक्ष की भूमिका:

जब नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है, तो बीते दो महीनों में आयोजित सिलेक्शन ट्रायल कैंप में अध्यक्ष की भूमिका में कौन और कैसे कार्य कर रहा था?

नए लेटर हेड का प्रयोग:

बिना आधिकारिक कार्यकारिणी गठन के नए लेटर हेड का प्रयोग कैसे किया गया? और उसमें अध्यक्ष महोदय ने अपना मोबाइल नंबर क्यों नहीं अंकित किया?

संवैधानिक नियमों की अनदेखी:

जब अध्यक्ष स्वयं जिला ओलंपिक एसोसिएशन की विवाद निवारण कमेटी के चेयरमैन हैं, तब खो-खो के नियमों, कानूनों एवं संविधान की अनदेखी क्यों की गई?

राहुल सिंह ने स्पष्ट किया कि ये सारे प्रश्न न केवल संगठन की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करते हैं, बल्कि इससे खिलाड़ियों की निष्ठा और भविष्य पर भी गहरा असर पड़ सकता है। उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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