
हाथियों के झुंड ने मचाई तबाही, पीएम आवास समेत चार घरों को किया ध्वस्त
बिरनी के तीन गांवों में पांच लाख से अधिक की संपत्ति क्षतिग्रस्त, ग्रामीणों में दहशत
डीजे न्यूज, बिरनी (गिरिडीह) : बिरनी प्रखंड के विभिन्न गांवों में सोमवार की रात और मंगलवार की सुबह हाथियों के झुंड ने जबरदस्त तांडव मचाया। नारायणपुर जंगल से भटककर आए हाथियों ने बराय, सिरमाडीह और डोमनसिंघा गांव में पीएम आवास समेत चार घरों को तोड़ डाला और घरों में रखा चावल, गेहूं, आलू, प्याज सहित अन्य खाद्यान्न खा गए। इस घटना में चार गृहस्वामियों की लगभग पाँच लाख से अधिक की संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है।
हाथियों का आतंक, रातभर मची अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हाथियों का झुंड डुमरी प्रखंड की सीमा से बराकर नदी पार कर सोमवार रात करीब 11 बजे बिरनी प्रखंड के बराय गांव में प्रवेश किया। यहां स्वर्गीय प्रण तुरी की पत्नी वृंदा देवी और गोविंद तुरी के घर को हाथियों ने निशाना बनाया। घरों को तोड़कर अंदर रखा अनाज चट कर गए। ग्रामीणों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
इसके बाद हाथियों का झुंड सिरमाडीह पहुंचा, जहां खागो महतो और हरि यादव के घरों को नुकसान पहुंचाया। खिड़की-दरवाजे तोड़कर घरों में घुसे हाथियों ने चावल व अन्य सामग्री नष्ट कर दी। यहां भी करीब तीन लाख की संपत्ति को नुकसान हुआ। मंगलवार तड़के करीब 3 बजे हाथियों का झुंड डोमनसिंघा गांव पहुंचा और वहां भादो सिंह के पीएम आवास को पीछे से तोड़ डाला। उस समय भादो सिंह और उनकी पत्नी गहरी नींद में थे। दीवार की ईंटें गिरने की आवाज से उनकी नींद टूटी, और जैसे ही उन्होंने बाहर झांका, हाथियों को देख सन्न रह गए। दोनों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई और गांव में शोर मचाया।
पुलिस व वन विभाग की सक्रियता
घटना की सूचना मिलते ही भरकट्टा ओपी की पुलिस टीम गश्ती वाहन के सायरन के साथ गांव पहुंची। सायरन की आवाज सुनकर हाथियों का झुंड काफी देर बाद बराकर नदी पार कर सरिया थाना क्षेत्र के डकोइया जंगल की ओर लौट गया। घटना की जानकारी मिलते ही मंगलवार को वन विभाग की टीम, प्रभारी वनपाल सागर विश्वकर्मा के नेतृत्व में घटनास्थल पहुंची और नुकसान का आकलन शुरू किया। उन्होंने बताया कि हाथियों द्वारा की गई क्षति की जांच की जा रही है। पीड़ित गृहस्वामियों को सलाह दी गई है कि वे वन विभाग को आवेदन दें, ताकि उन्हें उचित मुआवजा मिल सके।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुआवजे की मांग की
घटना की जानकारी मिलते ही पंसस कामेश्वर मंडल, पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामदेव यादव, मुजाहिद अंसारी, सहदेव सिंह, शैलेंद्र सिंह, हीरालाल सिंह आदि पीड़ित परिवारों के घर पहुंचे। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि पीड़ितों को जल्द से जल्द मुआवजा प्रदान किया जाए।
प्रभारी वनपाल ने यह भी बताया कि वन विभाग की टीम लगातार हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है और फिलहाल झुंड डकोइया जंगल में है। ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई है।