हार्वे उच्च विद्यालय, जपला : पूर्ववर्ती छात्रों का मिलन समारोह बना यादों का उत्सव

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हार्वे उच्च विद्यालय, जपला : पूर्ववर्ती छात्रों का मिलन समारोह बना यादों का उत्सव

देश-विदेश से पहुंचे पूर्व छात्र, पुराने साथियों से मिलकर हुए भावुक, साझा कीं बीते दौर की स्वर्णिम स्मृतियां

डीजे न्यूज, जपला (पलामू) : हार्वे उच्च विद्यालय, जपला सिमेंट फैक्ट्री के पूर्ववर्ती छात्रों का दो दिवसीय मिलन समारोह आज दूसरे और अंतिम दिन उत्साह और भावनाओं के चरम पर रहा। विद्यालय के आंगन में देश के कोने-कोने से लौटे पूर्व छात्रों ने अपने स्वर्णिम विद्यार्थी जीवन की यादों को साझा किया। इस अवसर पर मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, दुर्गापुर, इंदौर, रांची, पटना, भागलपुर, लखीसराय, इलाहाबाद और कई अन्य शहरों से पूर्व विद्यार्थी पहुंचे थे। जो कतिपय कारणों से उपस्थित नहीं हो सके, वे वीडियो कॉल के माध्यम से अपने साथियों से जुड़कर भावुक हो उठे।

1964 बैच के मैट्रिक पास आउट सीताराम सिंह ने कहा कि “इस विद्यालय ने हमें केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि संस्कार भी दिए हैं। इन्हीं मूल्यों की बदौलत जीवन के हर कदम पर कर्तव्यपरायणता की भावना विकसित हुई है।”
वहीं 1965 बैच के पूर्व छात्र शेख सादिक, जो प्रखंड विकास पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, ने कहा कि “हार्वे विद्यालय की मजबूत बुनियादी शिक्षा ने मुझे बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।”
1966 के पास आउट रवि प्रसाद ने कहा कि “उस दौर के शिक्षक आज भी हमारे लिए पूजनीय और प्रेरणास्रोत हैं।”
1973 के बैच से कोलकाता से पहुंचीं जया चौधरी ने भावुक होकर कहा, “इस मिट्टी की खुशबू मेरे जीवन का हिस्सा है। उम्र के इस पड़ाव पर भी विद्यालय की यादें हर सुबह और शाम ताजा हो जाती हैं।”
पुराने साथियों से मिलने पर कई प्रतिभागियों की आंखें नम हो गईं। समारोह में 2020 तक के बैच के विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
सभी आगंतुकों को मोमेंटो प्रदान किया गया। कार्यक्रम के संरक्षक समाजसेवी विनोद सिन्हा और कार्यपालक अभियंता गुप्तेश्वर राम ने कहा कि “ऐसे मिलन समारोह से आपसी संबंधों में ताजगी और स्फूर्ति का संचार होता है।”
इस अवसर पर बैजनाथ राम (रांची), कलन खां (मुंबई), अनिल कुमार अम्बष्ट (गोमिया), मनोज कुमार (अंबिकापुर), अंजनी सिन्हा (हैदराबाद), अजय वर्मा (इंदौर), आनंद सिन्हा (पटना), अमरेश कुमार (डिहरी), आशीष दा (कोलकाता), जया चौधरी (कोलकाता), दिवाकर प्रसाद (लखीसराय, बिहार), और रुमी भैया (इलाहाबाद) विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिनकी मौजूदगी से कार्यक्रम में चार चांद लग गया। जानकारी के अनुसार, हार्वे विद्यालय का पहला मिलन समारोह वर्ष 2012 में पटना में आयोजित हुआ था, जिसमें अखिलेश्वर प्रसाद, रुमी, और लियाकत का योगदान सराहनीय रहा। दूसरा मिलन 2015 में कोलकाता (दमदम) में हुआ था, जहां आशीष दा और जया चौधरी ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बार भी इन दोनों को विशेष आभार प्रकट किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नर्वदेश्वर सिंह (पूर्व सरपंच), सैय्यद नौशाद अहमद ‘गुड्डू’ (पत्रकार, प्रभात खबर), नीरज गुप्ता ‘लक्षु’ (दुर्गा पूजा कमिटी प्रेसिडेंट), सचिन शर्मा ‘मंटू शर्मा’ (जेनरल सेक्रेटरी), मोहसिन खां (सोशल मीडिया प्रभारी), शारीक सिद्दीकी, और पूर्व वार्ड पार्षद मजहर आलम सहित दर्जनों युवाओं का विशेष योगदान रहा। इस वर्ष सबसे अधिक संख्या में 1987 बैच के विद्यार्थी पहुंचे, जिन्होंने अपने जोश और उत्साह से माहौल को जीवंत बना दिया।

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