गुजराती हिन्दी मध्य विद्यालय के चार शिक्षकों को नहीं मिला दस महीने का वेतन, जनता दरबार में शिक्षकों ने लगाई गुहार

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गुजराती हिन्दी मध्य विद्यालय के चार शिक्षकों को नहीं मिला दस महीने का वेतन,

जनता दरबार में शिक्षकों ने लगाई गुहार

डीजे न्यूज, धनबाद: प्रभारी जन शिकायत कोषांग नियाज अहमद ने शुक्रवार को जनता दरबार का आयोजन किया। जनता दरबार में कतरास के गुजराती हिन्दी मध्य विद्यालय के चार शिक्षकों ने बताया कि विद्यालय की प्रबंध समिति ने पिछले दस महीने से वेतन नहीं दिया है। वेतन मांगने पर अध्यक्ष व सचिव ने चारों शिक्षकों को स्कूल से निकल जाने का मौखिक आदेश दिया है।

शिक्षको ने बताया कि वेतन मद में उन्हें न्यूनतम वेतन से भी कम वेतन, मात्र 2500 रुपए के आस पास, बगैर बैंक अकाउंट के और बगैर पीएफ काटे वर्षों से दिया जा रहा है। जबकि सभी शिक्षक लगभग 25 से 30 वर्षों से विद्यालय में कार्यरत है। बताया कि चारों शिक्षकों का यू-डाइस में लगभग 10 वर्षों से नाम नियमित शिक्षक में रहने पर भी प्रबन्ध समिति 4 रिक्त पद पर अनुमोदन भी नहीं कर रही है। शिक्षकों ने उनकी समस्याओं का समाधान करवाने की गुहार लगाई।

जनता दरबार में भौंरा से आए रैयत ने बीसीसीएल द्वारा उनकी रैयती भूमि पर जबरन ओवरबर्डन डंप करने की शिकायत की। रैयत ने बताया कि बीसीसीएल के भौंरा में वी.एन.एस.सी. कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी ने विगत 23 सितंबर की रात उनकी जमीन पर जबरन ओबी डंप करवा दिया। जब इसकी शिकायत बीसीसीएल प्रबंधन से कि तो प्रबंधन ने ओबी डंप हटाने का आश्वासन दिया। परंतु अभी तक ओवरबर्डन नहीं हटाया है।

जनता दरबार में साजिश कर‌ दुकान हड़पने, ऑनलाइन पंजी टू में सुधार करने, बंदोबस्त में मिली जमीन को ऑनलाइन पंजी टू में दर्ज करने, शिवलीबाडी में सरकारी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास करने, प्रधानमंत्री आवास दिलाने, बंदोबस्त में मिली जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने, सरकारी जमीन पर कब्जा करने के लिए रैयती जमीन की घेराबंदी करने सहित अन्य आवेदन प्राप्त हुए।

जनता दरबार में प्रभारी जन शिकायत कोषांग नियाज अहमद, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी संजय कुमार झा मौजूद थे।

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