



ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाना और पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना उद्देश्य : रामनिवास यादव

उपायुक्त ने बकरा विकास योजना के 832, सुकर विकास योजना 210, बैनयार्ड एवं लेयर योजना 217, ब्रायलर कुक्कुट विकास 388, बत्तख पालन योजना की 1783 योजनाओं को दी स्वीकृति
गव्य विकास योजना के तहत दो गाय की योजना 166, पांच गाय 161, दस गाय 29, हस्तचालित चैककटर 39, विद्युत चलित 43, पनीर खोया यूनिट 02, डीप बोरिंग 66, मिल्किंग मशीन 03, काऊ मार्ट 17 योजनाओं को भी मिली स्वीकृति
डीजे न्यूज, गिरिडीह : उपायुक्त रामनिवास यादव ने मंगलवार को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना वर्ष 2025-26 लाभुक के चयन से संबंधित बैठक की। बैठक के दौरान उपायुक्त रामनिवास यादव ने गिरिडीह जिला अंतर्गत सभी विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि के द्वारा सर्वसम्मति से 2025-26 वित्तीय वर्ष के अंतर्गत प्रखंडों से चयनित लाभुकों को गाय पालन, बकरी पालन, सूकर पालन, मुर्गी पालन (ब्रायलर एवं लेयर), बत्तख पालन तथा जोड़ा बैल वितरण के तहत अनुदानित दर पर पशुधन उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी। इस दौरान बकरा विकास योजना के 832, सुकर विकास योजना 210, बैनयार्ड एवं लेयर योजना 217, ब्रायलर कुक्कुट विकास 388, बत्तख पालन योजना 1783 योजनाओं की स्वीकृति दी गई। इसके अलावा गव्य विकास योजना के तहत दो गाय की योजना 166, पांच गाय 161, दस गाय 29, हस्तचालित चैककटर 39, विद्युत चलित 43, पनीर खोया यूनिट 02, डीप बोरिंग 66, मिल्किंग मशीन 03, काऊ मार्ट 17 योजनाओं को स्वीकृति दी गई। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाना और पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना के क्रियान्वयन में पूर्ण पारदर्शिता एवं त्वरितता सुनिश्चित की जाए ताकि अधिक से अधिक लाभुकों को समय पर लाभ मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि लाभुकों के चयन से लेकर पशुधन वितरण तक की पूरी प्रक्रिया की सतत निगरानी की जाए।
