
गिरिडीह में आउटसोर्सिंग स्वास्थ्यकर्मियों का हल्लाबोल, सात सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
डीजे न्यूज, गिरिडीह: सदर अस्पताल समेत जिले के सभी 13 ब्लॉक में कार्यरत लगभग 700 आउटसोर्सिंग स्वास्थ्यकर्मी अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को जेएलकेएम नेता नागेंद्र चंद्रवंशी और आउटसोर्सिंग स्वास्थ्यकर्मी संघ के नेतृत्व में कर्मियों ने सदर अस्पताल में धरना-प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया।
धरने के दौरान जेएलकेएम केंद्रीय सचिव नागेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि आउटसोर्सिंग एजेंसी डिटेक्टिव फोर्स प्रा. लि. द्वारा वेतन कटौती और EPF में गड़बड़ी जैसे मुद्दों से कर्मचारी लंबे समय से जूझ रहे हैं। कई बार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिस कारण स्वास्थ्यकर्मियों में भारी नाराजगी है।
स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि वेतन कटौती और EPF में गड़बड़ी के चलते परिवारों का जीवन कठिन हो गया है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, और कई कर्मचारियों को महीनों से वेतन तक नहीं मिला है।
कर्मियों की सात सूत्रीय मांगें:
अप्रैल और मई में बायोमेट्रिक के नाम काटे गए वेतन का पूर्ण भुगतान किया जाए।
EPF एवं ESI में गड़बड़ी की जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, साथ ही जिनका EPF/ESI कार्ड नहीं है, उन्हें तुरंत उपलब्ध कराया जाए।
सभी कर्मचारियों को वेतन स्लिप दी जाए और वेतन का समय से भुगतान किया जाए।
2023, 2024 एवं 2025 का बोनस दिया जाए।
सभी तकनीकी डिग्रीधारी कर्मचारियों को कुशल श्रेणी में शामिल कर उचित वेतन दिया जाए।
डिमोशन किए गए कंप्यूटर ऑपरेटरों को बिना शर्त पुराने पदों पर बहाल किया जाए।
सुपरवाइजर गौरव कुमार द्वारा कर्मचारियों को दी जाने वाली धमकियों की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।
धरने में जेएलकेएम नेता अर्जुन पंडित, रंजन कुमार, विकास झारखंडी, नीतीश राय, मिहिर चंद्रवंशी, सुभाष चौधरी, हर्षित भदानी समेत आउटसोर्सिंग स्वास्थ्यकर्मी आफताब आलम, मिंकल कुमार गुप्ता, नवीन कुमार गुप्ता, नागेंद्र मिश्रा, ऋषभ कुमार, चंदन वर्मा, सुनील यादव, राहुल कुमार गिरी, देवनंदन दास, सिकंदर अंसारी, नकुल यादव, अजय यादव, तारिक अनवर, सिकंदर अंसारी, उज्जवल कुमार, चंदन कुमार, फूलकुमारी, मोनिका हांसदा, प्रतिमा कुमारी सिंह समेत सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।