
फोरलेन निर्माण में अनियमितताओं से बढ़ा हादसों का खतरा, बीच सड़क में पेड़ों की मौजूदगी बनी चिंता का विषय
भाजपा नेताओं ने लगाया रेडियम स्टीकर, लोगों की सुरक्षा के लिए उठाया जागरूकता भरा कदम
डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह से पचंबा तक बन रही फोरलेन सड़क परियोजना में ठेकेदार द्वारा की जा रही लापरवाहियों और अनियमितताओं को लेकर अब जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। निर्माणाधीन सड़क पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे आमजन के जीवन पर संकट मंडरा रहा है।
स्थिति इतनी गंभीर है कि फोरलेन के बीचों-बीच कई स्थानों पर बड़े-बड़े पेड़ों को बिना काटे छोड़ दिया गया है, जो दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं। हाल के दिनों में कई दोपहिया और चारपहिया वाहन डिवाइडर तोड़ते हुए दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं, लेकिन न तो ठेकेदार, न ही जिला प्रशासन और न ही वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई देखने को मिली है। इसी लापरवाही के खिलाफ एक जन-जागरूकता अभियान के तहत स्थानीय भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सड़क पर रेडियम स्टीकर लगाकर लोगों की सुरक्षा की पहल की है। बोरो रेड चिल्ली के सामने तथा आफताब हॉस्पिटल के निकट मिशन के सामने स्थित पेड़ों पर रेडियम स्टीकर लगाए गए, ताकि रात के अंधेरे में वाहन चालकों को खतरे का पूर्वाभास हो सके। इस छोटे मगर बेहद जरूरी अभियान में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो. विनीता कुमारी, नगर मंत्री सुरेश गुप्ता, पवन कंधवे, समीर दीप एवं अमित आर्या मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
प्रो. विनीता कुमारी ने कहा कि एक ओर सरकार सड़क निर्माण को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रही है, वहीं जमीनी स्तर पर निर्माण एजेंसियां लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं। यदि प्रशासन, ठेकेदार और वन विभाग ने समय रहते ध्यान नहीं दिया, तो यह पेड़ मौत के प्रतीक बन सकते हैं। इधर स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि वह फोरलेन निर्माण की समीक्षा कर दोषी ठेकेदार पर कार्रवाई करे, और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित कराए। साथ ही वन विभाग को चाहिए कि बीच सड़क में खड़े पेड़ों को हटाया जाए, ताकि हादसों को टाला जा सके।
यह अभियान एक छोटी सी पहल जरूर है, लेकिन यह बड़ी जिम्मेदारी की मिसाल बन गई है, जो समाज के सजग नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के साझा प्रयास को दर्शाती है।