




एसएफआई की बैठक : शिक्षा के मौजूदा संकटों पर मंथन
एसएफआई की बैठक में छात्रों ने शिक्षा के विभिन्न संकटों पर चिंता व्यक्त की
डीजे न्यूज, रांची : रांची में आयोजित छात्र संगठन एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) की बैठक में उच्च शिक्षा से जुड़ी प्रमुख समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में विशेष रूप से सत्रों की देरी, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी, और शिक्षा के निजीकरण व सांप्रदायिकरण को लेकर गहरी चिंता जताई गई। संयोजक दानिश खान इस मौके पर मुख्य रूप से मौजूद थे।
एसएफआई ने शासक वर्ग द्वारा शिक्षा के व्यापारीकरण और सांप्रदायिकरण के एजेंडे के खिलाफ छात्रों के बीच एक मजबूत प्रतिरोध की दीवार खड़ी करने का आह्वान किया। संगठन ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार विज्ञान और तर्क से जुड़े विषयों को नजरअंदाज कर अवैज्ञानिक विचारधाराओं को बढ़ावा दे रही है। इस अवसर पर एसएफआई ने यह भी सुनिश्चित किया कि देश के भविष्य के निर्माण में युवा पीढ़ी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करना उनका मुख्य उद्देश्य रहेगा।
एसएफआई ने केंद्र सरकार के खिलाफ तीखा हमला करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों को जानबूझकर विभाजनकारी विचारधाराओं के पोषक बनाया जा रहा है। इसके अलावा, युजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन) और अन्य शैक्षिक संस्थाओं में संघ परिवार के प्रभाव को बढ़ाने की साजिश की जा रही है।
बैठक में एसएफआई राज्य कमेटी के सदस्य और रांची के विभिन्न कॉलेजों के 30 छात्र-छात्राएं मौजूद थे।