ईसीआरकेयू ने काला बिल्ला लगाकर किया हड़ताल का समर्थन

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ईसीआरकेयू ने काला बिल्ला लगाकर किया हड़ताल का समर्थन
डीजे न्यूज, धनबाद:
केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा आहुत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान का व्यापक असर देखने को मिला। विभिन्न सरकारी संस्थानों सहित बैंकों के भी काम प्रभावित हुए। हिन्द मजदूर सभा तथा अन्य केन्द्रीय  ट्रेड यूनियनों के नेतृत्व में  25 करोड़ श्रमिकों ने देश के अलग-अलग हिस्‍सों में अपने कार्यों को रोके रखा। सड़कों पर आम जनजीवन भी प्रभावित हुए।
धनबाद मंडल में रेलवे के ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सक्रिय सदस्यों और विभिन्न विभागों के रेलकर्मियों ने कार्यस्थल पर काला बिल्ला लगाया और केन्द्र सरकार की श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों के विरोध में जमकर नारेबाजी की। मालूम हो कि ईसीआरकेयू ने हड़ताल को अपना नैतिक समर्थन दिया है। हड़ताल को केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के साझा मंच ने अपनी विभिन्न मांगों के प्रति सरकार की उपेक्षापूर्ण नीतियों के विरोध में आयोजित किया।
ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह एआईआरएफ वर्किंग कमिटी के सदस्य मो ज़ियाऊद्दीन ने बताया कि न्यूनतम वेतन 26,000 रुपए करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, नीजिकरण समाप्त करने, बेरोजगारी दूर करने के व्यापक उपाय करने, खाली पदों को भरने जैसी मांगों के लिए हड़ताल की जा रही है।  उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सरकार पिछले 10 साल से सालाना श्रम सम्मेलन नहीं कर रही है और मजदूरों के हितों के खिलाफ फैसले ले रही है। वो चार लेबर कोड लागू करने की कोशिश कर रही है । इसके तहत साप्ताहिक काम के घंटों में वृद्धि करना, संगठन संचालन के वर्तमान प्रावधानों में कटौती करना आदि शामिल हैं। सरकार की मंशा है कि सामूहिक सौदेबाजी कमजोर हो और  यूनियनों की गतिविधियां न हो सकें।
एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा तीन महीने पूर्व ही आठवें वेतन आयोग के गठन की अधिसूचना जारी कर दिया गया है, लेकिन अभी तक इसके सदस्यों का मनोनयन नहीं किया गया है। जबकि आयोग की अनुशंसाओं को जनवरी 2026 से लागू करना है। सरकार की ऐसी विलंबन नीति का हम सभी  व्यापक विरोध कर रहे हैं । कार्यक्रम में ईसीआरकेयू के केन्द्रीय संगठन मंत्री नेताजी सुभाष तथा सोमेन दत्ता, एन के खवास, जितेंद्र कुमार साव, बसंत दूबे, आर के सिंह, बी के साव, आई एम सिंह,‌चंदन शुक्ल,‌ पी के सिन्हा, बी बी सिंह, महेन्द्र प्रसाद महतो, पी के गांगुली, रणधीर प्रसाद, अभय राज सिंह, आर एन चौधरी, अजीत कुमार मंडल, सुनील कुमार सिंह, उमेश सिंह, सी पी पाण्डेय, मंटू सिन्हा, परमेश्वर कुमार, विश्वजीत मुखर्जी,‌ पिंटू नंदन, रंजीत यादव, भानु प्रकाश, रूपेश कुमार,‌ अजय तिवारी सहित अन्य रेलकर्मियों ने अपना योगदान दिया।

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