


दलितों के मसीहा नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति के अग्रदूत थे डॉ अंबेडकर : प्रो अविनाश 

डिग्री कॉलेज टुंडी में डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा व विचार गोष्ठी आयोजित
डीजे न्यूज, टुंडी(धनबाद) : डिग्री कॉलेज टुंडी में शनिवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम बिरसा मुंडा सभागार में प्राचार्य डॉ. इंद्रजीत कुमार के निर्देशन और इतिहास विभाग के प्रो. अविनाश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। सभा की शुरुआत संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर और माटी के लाल बिनोद बिहारी महतो जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई।
स्वागत भाषण और विषय-परिचय वाणिज्य विभाग की प्रो. रौनक परवीन ने दिया। भौतिक विज्ञान के डॉ. प्रीतम कुमार सिंह ने डॉ. अंबेडकर की जीवनी और उनके ऐतिहासिक योगदानों पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को उनके संघर्षों और उपलब्धियों से अवगत कराया। भूगोल विभाग के प्रो. मुकेश कुमार दास ने वर्तमान समय में डॉ. अंबेडकर के विचारों की प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ. अंबेडकर सामाजिक क्रांति के अग्रदूत : प्रो. अविनाश
मुख्य वक्ता इतिहास विभाग के प्रो. अविनाश कुमार ने बाबा साहब के महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल दलितों के मसीहा नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति के अग्रदूत थे। उन्होंने जाति उन्मूलन, सामाजिक न्याय, बंधुत्व और संवैधानिक लोकतंत्र की स्थापना के लिए जो संघर्ष किया, वह आज भी हर नागरिक और विद्यार्थी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रानी सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शालिनी डुंगडुंग द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी तथा छात्र-छात्राओं ने सक्रिय सहभागी भूमिका निभाई।
