


धर्म की रक्षा के लिए सजग और संकल्पित रहें हर सनातनी: सुरेंद्र हरिदास
डीजे न्यूज, तेतुलमारी(धनबाद): पांडेडीह के चंदौर बस्ती स्थित महादेव मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के दौरान मंगलवार को कथावाचक सुरेंद्र हरिदास ने कहा कि अगहन मास का महत्व अत्यंत अद्भुत और कल्याणकारी है। इस पावन मास में अर्जून को भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया था। प्रत्येक शुभ कार्य असंख्य गुना फल देता है। उन्होंने कहा कि अगहन मास में भगवान श्रीकृष्ण और श्रीहरि विष्णु की विशेष कृपा रहती है। जो व्यक्ति इस माह में भक्ति, दान, , संकीर्तन और सेवा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए “सनातन बोर्ड” का गठन अत्यंत आवश्यक है। हम जब भी इस विषय पर चर्चा करते है, तो कुछ लोग प्रश्न उठाते हैं कि सनातन बोर्ड की जरूरत क्या है। कहा कि यदि सनातन बोर्ड आवश्यक नहीं है, तो फिर हम तिरुपति बालाजी के प्रसाद में हो रही मिलावट को क्यों नहीं रोक पाए? जब धर्मस्थलों पर भी प्रशासनिक हस्तक्षेप और कुप्रबंधन देखने को मिलता है, तब यह स्पष्ट हो जाता है कि सनातन बोर्ड की स्थापना केवल आवश्यक ही नहीं, बल्कि अनिवार्य है।
हाल ही में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 16 अक्टूबर के ऐतिहासिक निर्णय कि मंदिर का धन सरकार किसी भी अन्य कार्य में प्रयोग नहीं कर सकती, क्योंकि वह धन भगवान का है, जनता की आस्था का प्रतीक है। इस निर्णय के लिए हिमाचल हाईकोर्ट का हृदय से साधुवाद और आभार व्यक्त किया, और कहा कि ऐसे निर्णय ही सनातन संस्कृति की जड़ों को मजबूत करते हैं।
सनातनी को अपने धर्म की रक्षा के लिए सजग और संकल्पित रहना चाहिए। आज आवश्यकता केवल भक्ति की नहीं, बल्कि अपने धर्म और संस्कृति की सुरक्षा की भी है।
इस कथा को सफल बनाने में आशीष वर्मा, आशा वर्मा, धनंजय सिंह, श्रवण वर्मा, विरजु बाउरी, संजय वर्मा, सरोज वर्मा, प्रमोद वर्मा, किशोरी वर्मा, प्रदीप वर्मा,आदि सक्रिय हैं।