
धनबाद में सांस्कृतिक रंग बिखेरता “आरोही रंग महोत्सव
डीजे न्यूज, धनबाद : आरोही नाट्य मंच द्वारा आयोजित “आरोही रंग महोत्सव 2025” कला, नृत्य और नाटकों का अनूठा संगम बना। झारखंड सरकार के पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव ने दर्शकों को सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का कार्य किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उमेश लोहरा (जिला खेल पदाधिकारी, धनबाद), एस.एम.पी.ओ. विनीता कुमारी और ए.पी.आर.ओ. आलोक मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर किया। संस्था के निर्देशक संजय भारद्वाज और सचिव सह टीम लीडर उर्मिला प्रसाद ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
नृत्य और नाटकों से सजी संध्या
महोत्सव की शुरुआत उस्ताद प्रभात कुमार महतो (नटराज कला केंद्र, चौगा, सरायकेला) द्वारा प्रस्तुत मानभूम छऊ नृत्य से हुई, जिसने दर्शकों को झारखंड की सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ा।
इसके बाद 15 दिवसीय नाट्य कार्यशाला में भाग लेने वाले बच्चों ने “अंधेर नगरी” नाटक प्रस्तुत किया। इसके अलावा, आरोही नाट्य मंच के रंगकर्मियों ने सिद्धू-कान्हू के जीवन पर आधारित नाटक “विद्रोह की प्रतिध्वनि” का मंचन किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
कार्यक्रम में गणेश वंदना, मणिपुरी नृत्य (पापरी राय चौधरी) और झारखंड लोकनृत्य की भी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी गईं।
प्रतिभाओं को मंच देने की पहल
मुख्य अतिथि उमेश लोहरा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों और युवाओं की छिपी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलता है। यह कार्यक्रम पी.के. रॉय मेमोरियल कॉलेज, धनबाद के सभागार में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर उर्मिला प्रसाद, संजय भारद्वाज, अक्षत भारद्वाज, नरेश, नितेश, रवि, बंटी, दिलीप, काजल, ज्योति, गंगा, ज्ञानेन्द्र, जानकी, कंचन सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।