

धनबाद में होटल के कमरे से चलता था साइबर ठगी का खेल, लाखों रुपये के साथ नौ गिरफ्तार
इन्वेस्टमेंट स्कैम और गेमिंग ऐप फ्रॉड में जुटे थे आरोपी, यूएसडीटी के जरिये करते थे मनी ट्रांसफर
डीजे न्यूज, धनबाद : बैंकमोड़ झरिया रोड स्थित द होटल कैसल में सोमवार देर रात धनबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया। छापेमारी में नौ युवक पकड़े गए, जो होटल के एक कमरे में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ संदिग्ध हालत में मौजूद थे। पुलिस ने मौके से 17 मोबाइल फोन, 23 एटीएम कार्ड, एक एप्पल आईपैड, एक डेल लैपटॉप और ₹5,80,700 नकद जब्त किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक (नगर) के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। टीम ने होटल कैसल में दबिश दी, जहां ये सभी युवक ऑनलाइन फ्रॉड ऑपरेशन चला रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि वे इन्वेस्टमेंट स्कैम और गेमिंग ऐप फ्रॉड के जरिए लोगों से ठगी करते थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह के सदस्य @superpay, @moonpay, @dragonpay और @acpay जैसे फर्जी एपीके फाइल का इस्तेमाल करते थे। इन फाइलों के जरिये बैंक से जुड़े ओटीपी को ऑटो फॉरवर्ड कर खाते से पैसे ट्रांसफर किए जाते थे। ठगी की रकम को आरोपी Binance USDT के माध्यम से INR में बदलकर डमी बैंक खातों से निकालते थे।
जांच के दौरान आरोपियों के व्हाट्सएप और टेलीग्राम चैट में कई बैंकों के एटीएम कार्ड और अकाउंट की तस्वीरें मिलीं। NCRP और JMIS पोर्टल पर जांच करने पर सामने आया कि इन खातों के खिलाफ पहले से साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज हैं।
गिरफ्तार आरोपी
कुमार विशाल सिंह, पाथलडीह लोको बाजार, धनबाद
अर्नव कुमार रॉय, चौकपाड़ा, हावड़ा (प. बंगाल)
सुमित कुमार, पाथलडीह, धनबाद
रिजवान खान, सुल्तान नगर, चास, बोकारो
राहुल कुमार रॉय, स्वारडीह बस्ती, धनबाद
विशाल कुमार, मैन कॉलोनी, धनबाद
मो. असिफ, सुल्तान नगर, बोकारो
मो. मोबस्सिर आलम, कमरमकदुमी रोड, धनबाद
राजकुमार सिंह, कैलाश नगर, चास, बोकारो
छापामारी टीम
छापेमारी टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने किया। टीम में तारिक वसीम, अभय कुमार, शबाज अंसारी, संजय कुमार कुशवाहा, सोयना सिंह मुंडा और आरक्षी नेरेंद्र कुमार शामिल थे।
पुलिस ने बैंकमोड़ थाना कांड संख्या 255/25, दिनांक 07.10.2025 दर्ज कर BNS और IT Act की धाराओं के तहत तकनीकी व वैज्ञानिक जांच शुरू कर दी है।
