

धन धन गुरू रामदास गुर जिन सिरिया तिन सांवरिया
सिक्खों के चौथे गुरू गुरू रामदास जी महाराज का 491वां प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया
गुरूद्वारे में हुआ शबद कीर्तन और भव्य लंगर का आयोजन
डीजे न्यूज, गिरिडीह : सिक्खों के चौथे गुरू गुरू रामदास जी महाराज का 491वां प्रकाश पर्व रविवार को स्टेशन रोड स्थित गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा में बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धापूर्वक मनाया गया। प्रकाश पर्व को लेकर गुरूद्वारा परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया था। इस दौरान बीते 15 दिनों से चल रहे सहज पाठ का समापन हुआ। स्थानीय रागी जत्था भाई सतनाम सिंह व उनकी टीम के द्वारा कई शबद कीर्तन प्रस्तुत किए गए। ‘‘धन धन गुरू रामदास गुर जिन सिरिया तिन सांवरिया’’ जैसे कई शबद कीर्तन से सात संगत निहाल हो गई। प्रकाश पर्व को लेकर गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा गिरिडीह के प्रधान डाॅ गुणवंत सिंह मोंगिया ने बताया कि गुरू रामदास जी महाराज का जीवन सिख समाज के प्रति पूरी तरह से समर्पित रहा। वे सिख समाज के प्रचार में जुटे रहे। कहा कि उन्होंने अमृतसर में जमीन की व्यवस्था कराकर स्वर्ण मंदिर का निर्माण कराया। सिख समाज के विवाह में नियम तय भी गुरू रामदास जी महाराज ने किया। बताया कि रामदास जी का जन्म पाकिस्तान के लाहौर में सम्वत 24 सितम्बर 1534 को हुआ था। कहा कि वे जेठा नाम से भी जाने जाते हैं। जो उन्होंने प्राप्त किया था। इस दौरान गुरूद्वारे में अरदास हुई। तत्पश्चात लंगर का आयोजन किया गया जिसमें सिख समाज के अलावे अन्य समुदाय के लोगों ने भी शिरकत की।
मौके पर गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा के पूर्व प्रधान अमरजीत सिंह सलूजा, सचिव नरेंद्र सिंह सलूजा उर्फ सम्मी, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह सलूजा, पूर्व प्रधान देवेंद्र सिंह, जोरावर सिंह सलूजा, राजेंद्र सिंह, कुंवरजीत सिंह, गुरदीप सिंह बग्गा, ऋषि सलूजा, त्रिलोचन सिंह सलूजा, अजींदर सिंह उर्फ राजू, गुरविंदर सिंह सलूजा, राजेंद्र सिंह बग्गा, नवजोत सिंह, जाॅनी सिंह, गुरभेज सिंह कालरा, मोहनी सिंह, अंकित सिंह, जगजीत सिंह बग्गा समेत समाज के काफी संख्या में महिला पुरूष मौजूद थे।
