ढाक-घंटी-शंख ध्वनि के बीच कोलाबोऊ का मंदिरों कराया गया प्रवेश 

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ढाक-घंटी-शंख ध्वनि के बीच कोलाबोऊ का मंदिरों कराया गया प्रवेश
डीजे न्यूज, सिजुआ(धनबाद): महासप्तमी की सुबह कोला बोउ यानी नवपत्रिका की परंपरा को लेकर बंग समुदाय में खासा उत्साह दिखा। कतरास कोयलांचल के राजबाड़ी, लकरका, मलकेरा, रामपुर, देवग्राम, भेलाटांड़, टाटा सिजुआ, जोगता सहित अन्य क्षेत्रों में श्रद्धालु पालकी लेकर नजदीकी तालाब गए और नव पत्रिका पूजन के लिए  सभी नौ पौधों को एक साथ बांध कर स्नान कराया गया। लाल पाट की साड़ी पहनाई गई। ढाक, घंटी और शंख ध्वनि के साथ विधि विधान से पालकी में बिठाकर दुर्गा मंडप लाया गया। मंडप में भगवान गणेश के दाहिनी ओर उन्हें स्थापित किया गया। पूजा के स्थान पर ले जाकर चंदन और फूल अर्पित किया गया। कोला बोउ की पूजा कर मां दुर्गा का आह्वान किया गया। इन नौ पत्तों को दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतीक माना जाता है।

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