


देवघर में स्मार्ट मीटर से बढ़ी पारदर्शिता, उपभोक्ता हुए तकनीकी रूप से सक्षम

जिले में लगने वाले स्मार्ट मीटर आपकी सुविधा, आपका अधिकार
डीजे न्यूज, देवघर : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि देवघर जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान तेजी से चल रहा है। उपभोक्ताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पुराने मीटरों को बदलकर निःशुल्क स्मार्ट मीटर प्रदान किए जा रहे हैं।
स्मार्ट मीटर तकनीक उपभोक्ताओं को रीयल टाइम बिजली खपत की जानकारी उपलब्ध कराती है, जिससे वे अपनी ऊर्जा खपत को नियंत्रित कर सकते हैं। स्वचालित बिलिंग प्रणाली से गलत बिलिंग की संभावना समाप्त होती है और बिजली चोरी पर भी प्रभावी रोक लगती है।
स्मार्ट मीटर के माध्यम से उपभोक्ता मोबाइल ऐप पर अपनी खपत और बिल की जानकारी देख सकते हैं और घर बैठे ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। बिजली कटौती की पूर्व सूचना मिलने से उपभोक्ताओं को बढ़ी हुई सुविधा मिल रही है।
भ्रम बनाम सच्चाई
भ्रम : स्मार्ट मीटर लगाने का शुल्क देना पड़ता है।
सत्य: स्मार्ट मीटर पूरी तरह निःशुल्क लगाया जाता है।
भ्रम : मीटर तेजी से चलता है, बिल बढ़ जाता है।
सत्य: स्मार्ट मीटर सटीक रीडिंग देता है, जितना उपयोग उतना बिल।
भ्रम : किराएदारों को स्मार्ट मीटर नहीं मिलता।
सत्य: यदि आप खुद बिल भुगतान करते हैं, तो आप स्मार्ट मीटर लगवा सकते हैं।
भ्रम : बिल भरने के लिए कार्यालय जाना आवश्यक है।
सत्य : भुगतान पूरी तरह ऑनलाइन संभव है।
स्मार्ट मीटर के प्रमुख लाभ
दैनिक खपत की सटीक जानकारी
बिलिंग में पारदर्शिता
खराब/पुराने मीटर की परेशानी से मुक्ति
ऑनलाइन भुगतान सुविधा
ऊर्जा उपयोग में नियंत्रण और बचत का अवसर
अब तक 1.64 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं!
जिला प्रशासन की अपील—
स्मार्ट मीटर अपनाएँ, सुरक्षित और पारदर्शी बिजली व्यवस्था में योगदान दें।
किसी भी सहायता के लिए डायल करें 1912।
जब हर महीने 200 यूनिट मुफ्त मिल रहे हैं, तो बिजली चोरी क्यों? का दिया संदेश।
