

डायन प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण हत्या और लिंग भेद समाज के विकास में बाधा : मथुरा
टुंडी में सामाजिक कुरीति निवारण कार्यशाला संपन्न — विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने जागरूकता को बताया बदलाव की पहली सीढ़ी
डीजे न्यूज, टुंडी(धनबाद) : झारखंड राज्य स्थापना के 25वें गौरवशाली वर्ष के अवसर पर बुधवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय, टुंडी में सामाजिक कुरीति निवारण योजना को लेकर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के मुख्य सचेतक सह टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि “डायन प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण हत्या और लिंग भेद जैसी कुरीतियां समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा हैं — इन्हें जड़ से मिटाने के लिए सामूहिक जागरूकता जरूरी है।”
इस कार्यशाला में सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जनजागरूकता और रोकथाम के लिए विस्तृत चर्चा की गई। विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि सरकार सामाजिक सुधार के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है, लेकिन असली परिवर्तन तभी संभव है जब समाज खुद आगे बढ़कर इन बुराइयों का विरोध करे। उन्होंने बाल विवाह और भ्रूण हत्या को रोकने में पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत पर जोर दिया।
प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल पांडे ने कहा कि शिक्षा और सामाजिक सहयोग से इन कुरीतियों को खत्म किया जा सकता है। वहीं, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ने सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी और लोगों से इनके प्रचार-प्रसार में सहयोग की अपील की। कार्यक्रम में झामुमो प्रखंड अध्यक्ष फूलचंद किस्कू, महिला प्रवेक्षिका दीपा सिन्हा, सेविका-सहायिकाएं और क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में वक्ताओं ने एक स्वर में यह संदेश दिया कि सशक्त समाज की पहचान जागरूक नागरिकों से होती है और टुंडी की यह कार्यशाला सामाजिक बदलाव की दिशा में एक सार्थक कदम है।