
छत्तीसगढ़ के दो माओवादियों ने लातेहार पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण
डीजे न्यूज, लातेहार : छत्तीसगढ़ के दो माओवादी सदस्यों ने लातेहार पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। यह आत्मसमर्पण लातेहार एसपी कुमार गौरव और सीआरपीएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट याद राम बुनकर की मौजूदगी में पुलिस मुख्यालय में हुआ। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की पहचान अमरजीत उर्फ काली और मिथिलेश उर्फ अखिलेश के रूप में हुई है, जबकि सनी बृजिया का उल्लेख एक अन्य नाम के रूप में किया गया है, पर लगता है ये नाम सही से नहीं दिया गया है। दोनों माओवादी छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के समरिपाठ क्षेत्र के रहने वाले हैं।
आत्मसमर्पण की पृष्ठभूमि
दोनों माओवादी पहले छोटू खरवार और मृत्युंजय भुईयां के दस्ते में काम कर चुके हैं और उन्होंने बारहेसाढ, छिपादोहर, महुआडाड़, बूढ़ापहाड़, कुसमी, सिमरिया और सामरपाठ क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम किया है। दोनों के खिलाफ छिपादोहरा थाने में एक-एक मामला दर्ज है और वे 2020 में रमनदाग इलाके में हुई पुलिस मुठभेड़ में भी शामिल थे।
एसपी कुमार गौरव ने बताया कि लगातार चल रहे अभियान से उग्रवादी संगठन कमजोर हुए हैं। उन्होंने बचे हुए उग्रवादियों से सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ लेने की अपील की। सीआरपीएफ कमांडेंट याद राम बुनकर ने चेतावनी दी कि जो नहीं मानेंगे, उनके लिए पुलिस की गोली का सामना करना पड़ेगा। आत्मसमर्पण के दौरान दोनों के परिजन भी मौजूद थे और पुलिस अधिकारियों ने शॉल, माला और बुके देकर उनका स्वागत किया।