छात्रों को भावनात्मक दृष्टि से राष्ट्रीयता की शिक्षा देना जरूरी : अर्जुन आर्य

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छात्रों को भावनात्मक दृष्टि से राष्ट्रीयता की शिक्षा देना जरूरी : अर्जुन आर्य 

विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान की अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर बंदखारो के आचार्यों को प्रमाण पत्र वितरित

डीजे न्यूज, सरिया (गिरिडीह) : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा (प्रवेशिका एवं मध्यमा) में सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर बंदखारो के आचार्यों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। समिति सदस्यों की व्यस्तता के कारण प्रधानाचार्य अर्जुन प्रसाद आर्य ने वंदन सभा में प्रमाण पत्र वितरित किए।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य अर्जुन प्रसाद आर्य ने कहा कि शिक्षा को मूल्यपरक बनाने के लिए अनुभव के साथ समाज को ज्ञान एवं विज्ञानमय बनाने की दृष्टि से तथा छात्रों को भावनात्मक दृष्टि से शिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छात्रों को भावनात्मक दृष्टि से अपने शाश्वत धर्म, संस्कृति, नीति एवं राष्ट्रीयता की शिक्षा देना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में मानवता के विकास के लिए अद्वितीय योगदान किया है। यह जानकारी अपने छात्र-छात्राओं को देने के लिए एवं गौरव भाव, आत्मविश्वास जाग्रत करने के लिए तथा आचार्य विकास के निमित्त यह परीक्षा आयोजित की गई थी।

इस परीक्षा में अर्जुन प्रसाद आर्य, गीता कुमारी वर्मा, दशरथ पासवान, देवन्ती कुमारी, पुष्पा कुमारी, सरिता कुमारी, धीरज कुमार, खुशबू कुमारी तथा सैकड़ों भैया-बहनों ने भाग लिया।

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