
बिरनी में रामनवमी जुलूस को लेकर विवाद, प्रदर्शन
डीजे न्यूज, बिरनी(गिरिडीह) : बिरनी प्रखण्ड की दलांगी-लेबरा में रामनवमी जुलूस को सार्वजनिक व कालीकरण सड़क से निकालने को लेकर पिछले तीन साल से विवाद चलता आ रहा है। इस विवाद ने रविवार को उस समय नया मोड़ ले लिया जब लेवरा-दलांगी के हिन्दू समुदाय के लोगों ने बजरंगबली मंदिर में पूजा अर्चना कर जुलूस नही निकालने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रशासन के साथ वार्ता
हिन्दू समुदाय के लोगों ने अपने अपने हाथों में काला पट्टी लगा प्रशासन के विरोध में मंदिर के बगल में धरना पर बैठ गए। जुलूस नही निकालने की सूचना पर सीओ संदीप मधेसिया, आईआरबी डीएसपी बेनेडिक्ट मरांडी, पुलिस इंस्पेक्टर ज्ञान रंजन, दो दंडाधिकारी मदन यादव और महेश दास, थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज ने पुलिस जवान लेकर पहुंचे। हिन्दू समुदाय के लोगों ने हाथ में काला पट्टी लगाए धरना पर बैठे से वार्ता किया।
ग्रामीणों की मांग
धरना पर बैठे लोगों ने प्रशासन से कहा कि हिंदुओं को पिछले तीन सालों से रास्ता के लिए छला जा रहा है। जुलूस सार्वजनिक व कालीकरण मुख्य सड़क से निकालने की इज्जत जब तक नही मिलेगा तब तक यहीं बैठे रहेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन नया रास्ता आधा अधूरा कच्ची सड़क खेत पत्थार से जुलूस कैसे निकालेंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सीओ संदीप मधेसिया ने ग्रामीणों को 2024 में जिस रास्ता से झंडा जुलूस को निकाला गया था उसी रास्ता से ले जाने के लिए लोगों को काफी समझाया गया परन्तु लोग नहीं माने। विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए आईआरबी डीएसपी गिरीडीह, दंडाधिकारी, थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज समेत काफी संख्या में पुलिस बल लगाया गया है।
ग्रामीणों का बयान
ग्रामीणों ने कहा कि अगर रामनवमी जुलूस इस बार नहीं ले जाते हैं तो आगे की रणनीति बैठक कर तय किया जाएगा। मौके पर ग्रामीण अशोक राम, केदार राम, बहादुर यादव, सुभाष प्रसाद, राजू राणा, अनिल पासवान, सुधीर पासवान, बाबुल गुप्ता, कालेश्वर पासवान, द्वारिका राणा, अमृत यादव, बिलटू मोदी, राकेश यादव आदि उपस्थित थे।
वहीं दूसरे समुदाय के लोगों का कहना है कि जुलूस जाने के लिए निजी खेत में प्रशासन ने रास्ता भी बना दिया है। लेकिन हिन्दू समुदाय के लोगों ने कालीकरण सड़क से ही जुलूस निकालने के लिए जिद मचाया है। जो अनुचित है। कालीकरण सड़क से जुलूस जाना भी उचित नहीं है। प्रशासन की कहीं भी गलती नहीं है।