भोजपुरी गायक आलोक कुमार के गीत ‘पावन संगम की धरती ये प्रयागराज है’ ने मचाई धूम, युवाओं में बढ़ा रील का क्रेज

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भोजपुरी गायक आलोक कुमार के गीत ‘पावन संगम की धरती ये प्रयागराज है’ ने मचाई धूम, युवाओं में बढ़ा रील का क्रेज

डीजे न्यूज, धनबाद: विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ मेले को समर्पित भोजपुरी गीत “है पावन संगम की धरती ये प्रयागराज है” इन दिनों जबरदस्त लोकप्रियता बटोर रहा है। यह गीत सनातन संस्कृति से जुड़ा हुआ है, जिसे देशभर में खूब पसंद किया जा रहा है। खासकर युवा इस गीत पर रील बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। अब तक यह गीत चार मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है।

 

भोजपुरी के लोकप्रिय गायक आलोक कुमार, जो बिहार के लखीसराय जिले से आते हैं, मंगलवार को धनबाद दौरे के दौरान धैया स्थित प्रभातम मॉल के डी-थ्री में प्रेस वार्ता के दौरान इस गीत की सफलता पर अपनी खुशी जाहिर की। इस दौरान डी-थ्री के शांतनु चंद्र भी मौजूद रहे। आलोक कुमार ने बताया कि वे अब तक ओड़िया, नेपाली, गुजराती, राजस्थानी सहित विभिन्न भाषाओं में सात हजार से अधिक गीत गा चुके हैं, और डेढ़ सौ से अधिक गीतों की रिकॉर्डिंग बाकी है।

2009 में सुर संग्राम से मिली शोहरत

 

आलोक कुमार ने अपने करियर की शुरुआत 1992 में की थी। वे हारमोनियम के साथ गाने का प्रशिक्षण लेते थे। लेकिन वर्ष 2009 में सुर संग्राम कार्यक्रम में पटना के गांधी मैदान में अपने गीतों से उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं। उसके बाद से वे लगातार हिट गीत देते आ रहे हैं और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े अभिनेताओं व अभिनेत्रियों के लिए अपनी आवाज दे चुके हैं।

युवा सिंगर्स को दी सलाह

 

प्रेस वार्ता के दौरान आलोक कुमार ने नए कलाकारों को भोजपुरी भाषा की गरिमा बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “जल्दबाजी में लोकप्रियता और पैसा कमाने की ललक में भोजपुरी भाषा को गलत तरीके से इस्तेमाल न करें। अश्लीलता से बचें और शुद्ध, सार्थक और सांस्कृतिक गीतों को बढ़ावा दें, जिससे हमारी भाषा का सम्मान बना रहे।”

 

आलोक कुमार की यह सोच भोजपुरी संगीत प्रेमियों के बीच सकारात्मक संदेश दे रही है और उनके प्रशंसकों को इस गीत की सफलता पर गर्व है।

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