



बगरा ओवरब्रिज के पास साइबर ठगों का अड्डा ध्वस्त, गिरिडीह पुलिस ने पांच अपराधियों को दबोचा

फर्जी एप से ठगी कर खाते से उड़ाते थे पैसे, 12 मोबाइल और कई अहम सबूत मिले
डीजे न्यूज, गिरिडीह : जिले की साइबर पुलिस ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए गांडेय थाना क्षेत्र के बगरा रेलवे ओवरब्रिज के पास चल रहे साइबर ठगों के अड्डे का भंडाफोड़ किया। पुलिस को प्रविधान पोर्टल के जरिए सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ युवक फर्जी फर्म और मोबाइल एप के जरिये देशभर में लोगों से ठगी कर रहे हैं। सूचना की पुष्टि के बाद पुलिस अधीक्षक गिरिडीह के निर्देश पर साइबर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रमेश कुमार भगत के नेतृत्व में छापामारी दल बनाया गया और मौके पर दबिश दी गई।
छापामारी में पुलिस ने पाँच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी लिंक और APK फाइल भेजकर लोगों के बैंक खातों से रकम उड़ाने का काम कर रहे थे। गिरोह के सदस्य WhatsApp पर “SBI Credit Card Update.apk”, “RTO E-Challan.apk”, “PM Kisan Yojana.apk”, “YONO SBI Bank.apk” जैसे नकली ऐप भेजकर ग्राहकों से KYC अपडेट के नाम पर उनके बैंक अकाउंट और OTP तक पहुंच बना लेते थे। इसके बाद खातों से पैसे निकाल लिए जाते थे और कमिशन के तौर पर एक-दूसरे को ट्रांसफर किए जाते थे।
पुलिस ने मौके से 12 मोबाइल फोन (जिनमें 3 iPhone शामिल हैं) समेत कई डिजिटल साक्ष्य और बैंक ट्रांजैक्शन से जुड़ी जानकारी जब्त की है। मामले में साइबर थाना गिरिडीह में कांड संख्या 38/2025 दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। यह जानकारी एसपी डॉ बिमल कुमार ने गुरुवार को पत्रकारों को दी।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान इस प्रकार की गई है:
अजय अंसारी (26 वर्ष), ग्राम–बरगुंडी, थाना–कथालदियह, गिरिडीह
सदाम अंसारी (24 वर्ष), ग्राम–दुलमाटो, थाना–जमुआ, गिरिडीह
तजम्मुल अंसारी (24 वर्ष), ग्राम–दिवाकर, थाना–गिरिडीह
नजमुद्दीन अंसारी (20 वर्ष), ग्राम–दुलमाटो, थाना–जमुआ, गिरिडीह
मो. हसनैन (21 वर्ष), ग्राम–बुचाबाद, थाना–बैगनाडीह, गिरिडीह
छापामारी दल में उपनिरीक्षक चंद्रशेखर उरांव, मुनीत कुमार, मुकेश कुमार, आरक्षी संजय कुमार और पुलिस लाइन के सशस्त्र बल शामिल थे।
पुलिस के अनुसार गिरोह के तार अन्य जिलों और राज्यों तक फैले हुए हैं। गिरफ्तारी के बाद अब यह जांच की जा रही है कि ठगी से जुड़ा पैसा किन खातों में गया और इनके नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं।
गिरिडीह पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अज्ञात लिंक या एप डाउनलोड न करें और बैंकिंग अपडेट के नाम पर आने वाले संदेशों की सच्चाई की जांच अवश्य करें।
