बगोदर में चिकित्सकीय लापरवाही से गर्भवती महिला और अजन्मे शिशु की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

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बगोदर में चिकित्सकीय लापरवाही से गर्भवती महिला और अजन्मे शिशु की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

डीजे न्यूज, बगोदर(गिरिडीह) : गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत हरिहरधाम के पास स्थित “आस्था क्लिनिक” में घोर चिकित्सकीय लापरवाही का मामला सामने आया है। आरोप है कि बिना प्रशिक्षित डॉक्टरों और अनुभवहीन स्टाफ की लापरवाही के चलते एक गर्भवती महिला और उसके अजन्मे शिशु की मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया और परिजनों ने क्लिनिक के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।

मृतका की पहचान मुन्नी कुमारी (22 वर्ष) के रूप में हुई है, जो सरिया थाना क्षेत्र के कुसुमाडीह पंचायत अंतर्गत कसियाडीह गांव की रहनेवाली थी। परिजनों के अनुसार, महिला की तबीयत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए बगोदर के हरिहरधाम स्थित “आस्था क्लिनिक” में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि क्लिनिक में प्रशिक्षित डॉक्टरों के बजाय नर्सों और फर्जी चिकित्सकों द्वारा इलाज किया जा रहा था। कथित तौर पर लापरवाही के कारण गर्भ में ही शिशु की मृत्यु हो गई और उचित इलाज के अभाव में मुन्नी कुमारी की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मृतका के परिजन बड़ी संख्या में क्लिनिक के बाहर जमा हो गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव और अंचलाधिकारी मुरारी नायक मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर शांत कराया। स्थानीय लोगों ने इस घटना को “मानवता के साथ धोखा” बताया और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

4.5 लाख मुआवज़े पर हुआ समझौता:

बाद में मृतका के परिजनों और क्लिनिक प्रबंधन के बीच ₹4.5 लाख मुआवजे पर लिखित समझौता हुआ, जिसमें तत्काल ₹1 लाख की राशि परिजनों को दी गई, जबकि शेष राशि किश्तों में देने का वादा किया गया।

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